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ऑक्सीजन की कालाबाजारी के आरोप, स्पेस अस्पताल को नोटिस

शहर के पुराने बस स्टैंड स्थित स्पेस अस्पताल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उपायुक्त की तरफ से जारी यह नोटिस ऑक्सीजन की कालाबाजारी का शक होने पर जारी किया गया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 May 2021 07:50 AM (IST)Updated: Fri, 07 May 2021 07:50 AM (IST)
ऑक्सीजन की कालाबाजारी के आरोप, स्पेस अस्पताल को नोटिस
ऑक्सीजन की कालाबाजारी के आरोप, स्पेस अस्पताल को नोटिस

जागरण संवाददाता, भिवानी : शहर के पुराने बस स्टैंड स्थित स्पेस अस्पताल को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उपायुक्त की तरफ से जारी यह नोटिस ऑक्सीजन की कालाबाजारी का शक होने पर जारी किया गया है। अब प्रशासन ने उनसे सात दिन के अंडर कारण बताओ नोटिस पर जवाब मांगा है। अस्पताल प्रशासन को पूरा रिकार्ड भी मुहैया करवाने के आदेश दिए गए है। पांच मई को जिला उपायुक्त ने दौरा किया था जहां उनको भी सही तरह से जवाब नहीं मिल पाए थे।

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शहर में ऑक्सीजन की लगातार मांग बढ़ रही थी। निजी अस्पताल में मांग बढ़ने के कारण ऑक्सीजन कोटा बढ़ाया गया था। इसको लेकर लगातार अस्पताल की मांग आने पर सिलेंडर सप्लाई होते थे। स्पेस अस्पताल से लगातार ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग बढ़ रही थी। इसी के चलते जांच हुई तो कुछ और ही सामने आया। अस्पताल डायरेक्टर को जारी कारण बताओ नोटिस में कहा गया है कि उनके अस्पताल में दस कोविड संक्रमित हैं जो ऑक्सीजन पर निर्भर हैं। नोडल ऑफिसर की जांच के अनुसार 12 से 15 ऑक्सीजन सिलेंडर की खपत होती हैं। लेकिन अस्पताल प्रशासन की तरफ से 25 से 30 सिलेंडर की मांग की जा रही है। नोटिस में कहा गया है कि अस्पताल प्रशासन की ऑक्सीजन की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। पांच मई को भी अस्पताल प्रशासन को हिसार से मंगवाकर 35 सिलेंडर मुहैया करवाए गए। लेकिन मरीज के हिसाब से मांग नहीं दिखती है। उपायुक्त की तरफ जारी नोटिस में अस्पताल प्रशासन से एक सप्ताह में सिलेंडर, दाखिल किए गए मरीज, ऑक्सीजन आइसीयू, वेंटीलेटर आदि पर ऑक्सीजन खपत की रिपोर्ट सहित जवाब देने के आदेश दिए गए है।

उपायुक्त ने भी किया दौरा

शिकायत मिलने के बाद उपायुक्त ने अस्पताल का दौरा किया। इस दौरान उनकी तरफ से अस्पताल प्रशासन से सवाल पूछे गए लेकिन वह उनके सही तरह से जवाब नहीं दे पाए। इस लिए ऑक्सीजन की कालाबाजारी का शक जाहिर का जवाब मांगा गया है।

जो भी उनसे जवाब मांगा गया है कि वह उनका जवाब दे देंगे। उनका अस्पताल गंभीर मरीजों को भर्ती कर रहा है। मरीजों के हिसाब से ऑक्सीजन की कंज्पशन ज्यादा हैं।

- मंजीत ढुल, डायरेक्टर, स्पेस अस्पताल, भिवानी।


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