मकर सक्रांति पर किया पुण्यदान, बुजुर्गो से लिया आशीर्वाद
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : सोमवार को मकर सक्रांति पर्व दादरी जिले में धूमधाम से मनाया। प
जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : सोमवार को मकर सक्रांति पर्व दादरी जिले में धूमधाम से मनाया। पारम्परिक रिवाज के अनुसार नव विवाहिताओं ने बुजुर्गो को चादर, मिठाइयां भेंट कर आशीर्वाद भी लिया। शहर के कई मंदिरों में सत्संग में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया और पर्व की बधाईयां भी दी। वहीं कई जगह रागनी कम्पीटीशन एवं सांग भी करवाए गए। जिनमें गोसेवा से ओतप्रोत प्रस्तुतियां दी गई। बाला वाला आश्रम के महंत सच्चानाथ ने बताया कि मकर संक्रांति ¨हदुओं का प्रमुख पर्व माना जाता है। ¨हदू पंचांग के अनुसार पौष माह में जब सूर्य मकर राशि में आता है तब ये पर्व मनाया जाता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार ये पर्व जनवरी के चौदहवें या पंद्रहवें दिन आता है, इसी समय सूर्य धनु रशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश करता है। मकर संक्रांति के दिन से ही सूर्य की उत्तरायण गति भी प्रारंभ होती है। मकर संक्रांति के दिन शुभ मुहूर्त में स्नान और दान करके पुण्य कमाने का महत्व माना जाता है। इस दिन भगवान को खिचड़ी का भोग लगाया जाता है। कई स्थानों पर इस दिन मृत पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए खिचड़ी दान करने की परंपरा भी माना जाती है। मकर संक्रांति के दिन तिल और गुड़ का प्रसाद बांटा जाता है। नगर के प्रबुद्ध नागरिक दलबीर फौगाट, डा. बीएन वर्मा, राजेश जाखड़, शिक्षा विभाग के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर जगजीत साहू इत्यादि ने कहा कि यह संक्राति दोनों ही रूपों आध्यात्मिक तथा वैज्ञानिक महत्व के कारण विशेष है। हमारी संस्कृति में इस दिन सूर्य का प्रवेश मकर में होता है तथा वह उत्तरायण आज ही के दिन से होते है। हमारे ग्रंथों में इसे देव काल की शुरूआत भी कहा जाता है।