बिन मास्क खरीदारी पड़ेगी महंगी
अशोक ढिकाव भिवानी हमारी लापरवाही ही हमारे परिवार और अपनों के लिए महंगी पड़ेगी। य
अशोक ढिकाव, भिवानी:
हमारी लापरवाही ही हमारे परिवार और अपनों के लिए महंगी पड़ेगी। यह जानते हुए भी लोग पूरी तरह से लापरवाह बने हुए हैं। ऐसा भी नहीं है कि लोगों को कोरोना के दुष्परिणामों का पता न हो। इस बीमारी ने पूरे विश्व को हिला रखा है। इससे बचाव का सबसे कारगार इलाज सावधानी बरतना ही है।
दैनिक जागरण ने सोमवार को पहल की और कोरोना से महाजंग अभियान के तहत शहर के मुख्य बाजारों और सरकारी कार्यालयों में पहुंचकर मौके का जायजा लिया। इस दौरे में उजागर हुआ कि लोग किस तरह लापरवाही बरत रहे हैं। बाजार हो या सरकारी दफ्तर हर जगह मास्क की कमी नजर आई। ऐसे लोगों को कोरोना के दुष्परिणाम बताते हुए मास्क पहनाए गए। जिले में कोरोना से 26 लोगों की मौत होने और करीब संक्रमितों का आंकड़ा 2400 को पार किए जाने के बावजूद ये लापरवाही घातक नजर आ रही है।
भिवानी जिले की आबादी 15 लाख 96 हजार का आंकड़ा पा कर चुकी है। इसके साथ ही कोविड-19 कोरोना संक्रमण से जिले के 2430 का आंकड़ा हो चुका है। मरने वालों की बात करें तो यह खतरनाक वायरस से 26 लोगों की जान जा चुकी है। लॉकडाउन खत्म होने पर अब लोग ज्यादा लापरवाह नजर आ रहे हैं। लोगों को जागरूक करने और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के बावजूद मास्क लगाने व सैनिटाइज का इस्तेमाल करना लोग पसंद नहीं कर रहे। चौकाने वाली बात तो यह है महिलाएं बाजार में खरीदारी करने के लिए आती है और अपने मासूम बच्चों को साथ लेकर आती है तो वह मास्क तक नहीं लगाती है। किसी के टोकने रोकने पर केवल अपनी चुन्नी से मुंह ढक लेती हैं। बाजार के साथ ही शहर के सरकारी दफ्तरों यहां तक की सामान्य अस्पताल की रजिस्ट्रेशन खिड़की से लेकर हर जगह यही नजारा देखने को मिला। अस्पताल की आपातकाल खिड़की पर भी लापरवाही
चौ.बंसीलाल सामान्य अस्पताल जहां पर डॉक्टरों ने कहने को तो कोरोना से बचाव के लिए हर गेट पर सैनिटाइज देकर कर्मचारियों को हाथ साफ करने के लिए बैठा रखा है, लेकिन जब जागरण टीम सामान्य अस्पताल की आपात विभाग रजिस्ट्रेशन खिड़की पर नजर दौड़ाई तो चौकाने वाला नजारा था। लोग बिना मास्क लगाए लाइन में खड़े होकर पर्ची बनाने में लगे थे। उन्हें रोकने या टोकने वाला कोई नहीं थी। शारीरिक दूरी की पालना तक नहीं
लोग बेपरवाह होकर केवल अपना इलाज कराने लिए पर्ची बनाने में लगे थे। कोरोना की चिता उन्हें कतई नही थी। शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए उन्हें कोई टोकता तक नजर नहीं आया। कोविड-19 सेंटर के बाहर का दृश्य भी ऐसा ही मिला। डीसी और एसडीएम ऑफिस में भी लापरवाही
चौकाने वाली बात यह है कि एसडीएम ऑफिस में दो कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिल चुके है तो डीसी आफिस के साथ लगते सरल केंद्र के तो अनेक कर्मचारी पॉजिटिव आ चुके है। इसके बावजूद वहां पर कर्मचारी कहने तो मास्क अपने गले में लटकाए थे, लेकिन उन्हें मुहं पर नहीं लगा रहे थे। जागरुककता के लिए बनी हैं टीमें
शहर में लोक संपर्क विभाग और स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार नाटक मंचन और अन्य तरीकों से लोगों के मास्क लगाने, शारीरिक दूरी का पालन करने और सैनिटाइज के लिए जागरूक कर रही है, लेकिन इसका भी किसी पर कोई असर नहीं हो रहा है। लोगों के मास्क ना लगाने पर काटे जा चुके चालान
पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की ओर से लॉकडाउन शुरू होने और खत्म होने तक करीब साढ़े तीन हजार लोगों के जिले में चालान काटे जा चुके हैं, लेकिन अब लॉकडाउन हटने और नियमों में ढिलाई होने पर लोग लापरवाही बरत रहे है। वर्जन
जागरूकता के अभियान को तेज किया जाएगा। साथ ही इसके लिए सख्ती भी अपनाएंगे। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी की गई गाइडलाइन की पालना कराई जाएगी, जिससे कि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
डॉ. राजेश कुमार, कोऑर्डिनेटर कोविड-19 जिला स्वास्थ्य विभाग भिवानी