एक करोड़ी भारत केसरी दंगलः गीता फौगाट के विजयी दांव से हुआ दंगल का आगाज
भिवानी में एक करोड़ी भारत केसरी दंगल 2018 का शुभारंभ राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी व खेल मंत्री अनिल विज ने किया।
जेएनएन, भिवानी। प्रदेश की खेल नगरी भिवानी की धरती पर बुधवार को धूमधाम के साथ तृतीय एक करोड़ी भारत केसरी दंगल 2018 का आगाज हुआ। खेल मंत्री अनिल विज के साथ हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित तीन दिवसीय दंगल का शुभारंभ किया।
गीता फौगाट, बजरंग पूनिया, विनेश, मनीषा, निर्मल विश्रोई जैसे दिग्गज पहलवानों के साथ शुरू हुए इस कुश्ती दंगल का रोमांच खेल प्रेमियों में चरम पर दिखाई दिया। करीब तीन एकड़ क्षेत्र में सजाया गया पंडाल दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था। हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, रेलवे, राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश, उत्तरप्रदेश की आठ टीमें इस कुश्ती दंगल में भाग ले रही हैं।
स्थानीय भीम खेल स्टेडियम में कुश्ती दंगल का शुभारंभ करते हुए राज्यपाल ने कहा कि सरदार बल्लभभाई पटेल की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक भारत श्रेष्ठ भारत का जो संकल्प लिया था उसे भारत केसरी दंगल जैसे आयोजन साकार कर सकते हैं। भारत केसरी दंगल राष्ट्रीय एकत्व की भावना का प्रतीक है। संवैधानिक सीमाओं से नहीं अपितु एकरूप भावना व मानस बुद्धि से भी राष्ट्र का एक होना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय एकता में खेल महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। हरियाणा देश का एक छोटा सा राज्य होते हुए भी भारत को गौरवान्वित कर रहा है। खेल सहित कृषि उत्पादन, खुशहाली और विकास की दृष्टि से हर क्षेत्र में हरियाणा भारत का प्रगतिशील राज्य है।
प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि खेलो इंडिया मुकाबले में भी हरियाणा के खिलाड़ियों ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पूरे भारत में पहला स्थान प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि 17 वर्ष से कम आयु के 170 खिलाड़ियों को इस उपलब्धि के लिए राजभवन में सम्मानित किया गया है। भारत केसरी दंगल के लिए राज्यपाल ने भाग ले रहे सभी खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनाएं दी। राज्यपाल ने दीप प्रज्ज्वलित कर इस खेल महाकुंभ का शुभारंभ किया।
उद्घाटन अवसर पर बैठे राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी, खेल मंत्री अनिल विज व अन्य।
स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री अनिल विज ने इस अवसर पर कहा कि शहीद दिवस के उपलक्ष्य में हर साल एक करोड़ के ईनामी कुश्ती दंगल का आयोजन किया जाता है। गुरूग्राम और अंबाला के बाद भिवानी में यह तीसरा भारत केसरी दंगल आयोजित किया जा रहा है। परंपरागत खेलों को प्रोत्साहन देने के लिए हरियाणा सरकार ने एक करोड़ के पुरस्कार वाली कबड्डी प्रतियोगिता हर साल पंडित दीन दयाल उपाध्याय की याद में शुरू की है।
सोनीपत और जींद में यह प्रतियोगिता हो चुकी है। अब हरियाणा सरकार जल्दी ही राष्ट्रीय स्तर पर मुक्केबाजी प्रतियोगिता शुरू करने जा रही है। कैच दन यंग नीति के तहत प्रत्येक जिले में 20-20 गोल्डन जुबली खेल नर्सरी स्थापित की जा रही है। जिला स्तर पर एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम व एक इंडोर स्टेडियम स्थापित करने की सरकार की योजना है। उन्होंने बताया कि खिलाड़ियों के साथ-साथ खेल प्रशिक्षकों को भी सरकार द्वारा उचित मानदेय व सुविधाएं दी जा रही हैं।
भारत केसरी दंगल का शुभारंभ करते हुए राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने गीता फौगाट व वेदांतिका तथा बजरंग पूनिया व निर्मल बिश्रोई के बीच हाथ मिलाकर मुकाबला शुरू करवाया। राज्यपाल ने मंच पर वरिष्ठ खिलाड़ियों व खेल प्रशिक्षकों को सम्मानित किया। खेल विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अशोक खेमका ने प्रो. सोलंकी सहित सभी अतिथिगण का आभार व्यक्त किया।
कुश्ती प्रतिभाओं को किया राज्यपाल ने सम्मानित
स्थानानीय भीम खेल परिसर में खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग द्वारा आयोजित भारत केसरी दंगल में राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने कुश्ती की प्रतिभाओं को सम्मानित किया। राज्यपाल ने द्रोणाचार्य, ध्यानचंद, अर्जुन तथा भीम अवार्डियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। द्रोणाचार्य अवार्डी महाबीर प्रसाद हिसार, गीता और बबीता के पिता एवं द्रोणाचार्य अवार्डी महाबीर सिंह फोगाट भिवानी, ध्यान चंद अवार्डी कुलदीप सिंह व अनिल मान सोनीपत, अर्जुन अवार्डी सत्यवान रोहतक, रमेश कुमार गुलिया सोनीपत, योगेश्वर दत्त सोनीपत, बजरंग पूनिया झज्जर, गीता फोगाट भिवानी, नेहा राठी फरीदाबाद, विरेंद्र सिंह झज्जर, अमित कुमार रोहतक, मनोज कुमार झज्जर, विरेंद्र सिंह भिवानी, मनोज कुमार झज्जर को सम्मनित किया।
गीता फौगाट के विजयी दांव से हुआ दंगल का आगाज
तीसरे भारत केसरी दंगल की पहली कुश्ती हरियाणा की टीम में शामिल भिवानी से पहलवान गीता फौगाट और महाराष्ट्र वेदांतिका पंवार के बीच मुकाबले के साथ हुई। राज्यपाल ने दोनों पहलवानों से परिचय किया और उनको अपना आर्शीवाद दिया। गीता ने पलक झपकते ही महाराष्ट्र की पहलवान को पटखनी दी। उन्होंने चंद सैकेंड में पंवार को मात दी और अपनी जीत से इस दंगल का आगाज किया।
इसी प्रकार ने दूसरी कुश्ती पुरुष पहलवानों के बीच हुई। इसमें रेलवे की तरफ से खेल रहे हरियाणा के खिलाड़ी बजरंग और राजस्थान के निर्मल बिश्रोई के बीच मुकाबला हुआ। इस मुकाबले में बजरंग ने एक दाव से छह अंक अर्जित करके इसे रोचक बनाया और मुकाबला अपने नाम किया।
हरियाणा के पहलवानों की ताकत का कोई मुकाबला नहीं: जगदीप सिंह
खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग के निदेशक जगदीप सिंह ने कहा कि हरियाणा के पहलवानों को कोई मुकाबला नहीं है। यहां के पहलवानों ने भिवानी में आयोजित तीसरे भारत केसरी कुश्ती दंगल में भी एक तरफा जीत हासिल की है। उन्होंने कहा कि दंगल के आयोजन का उद्देश्य ग्रामीण अंचल से खेल कुश्ती की लोकप्रियता को बरकरार रखना और कुश्ती को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि इस दंगल में भी योगेश्वर दत्त सहित प्रदेश व देश के नामी पहलवान शामिल हुए हैं जो अन्य पहलवानों के प्रेरणास्रोत हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की खेल की नई नीति की बदौलत से प्रदेश के खिलाड़ियों ने कॉमनवेल्थ खेलों में सबसे अधिक पदक हासिल किए हैं। उन्होंने कहा कि इसी साल अगस्त-सितंबर महीने में कबड्डी और कुश्ती की तरह ही बॉक्सिंग की लीग शुरु कर दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि झज्जर के खिलाड़ी वीरेंद्र सिंह ने डैफ ओलंपिक में लगातार तीसरी बार गोल्ड मेडल हासिल कर प्रदेश का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि उन्होंन कहा कि भिवानी दंगल में हजारों की संख्या में दर्शक शामिल हुए हैं, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची हैं। उन्होंने कहा कि दंगल के दूसरे और तीसरे दिन और भी अधिक लोगों की भीड़ पहुंचेगी।
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