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सीवर से ऑटोमैटिक मैकेनिकल स्क्रीन निकालेगी कचरा, शहर में नहीं होगा जलभराव, 2.75 करोड़ होंगे खर्च

सुरेश मेहरा भिवानी शहरवासी इस बार बरसात में होने वाले जलभराव से चितित न हों। जनस्वास्थ्

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 May 2019 11:30 PM (IST)Updated: Sun, 19 May 2019 11:30 PM (IST)
सीवर से ऑटोमैटिक मैकेनिकल स्क्रीन निकालेगी कचरा, शहर में नहीं होगा जलभराव, 2.75 करोड़ होंगे खर्च
सीवर से ऑटोमैटिक मैकेनिकल स्क्रीन निकालेगी कचरा, शहर में नहीं होगा जलभराव, 2.75 करोड़ होंगे खर्च

सुरेश मेहरा, भिवानी : शहरवासी इस बार बरसात में होने वाले जलभराव से चितित न हों। जनस्वास्थ्य विभाग ने बरसात में आने वाली जलभराव की समस्या से निपटने की पूरी तैयारी की है। हालांकि, फिलहाल के हालात को देख कर लोग चितित हैं। न बरसाती नालों की सफाई हुई है और न ही सीवर की सफाई हुई नजर आती है। अधिकारियों का दावा है कि 25 जून तक सीवर और बरसाती नालों की सफाई करवा दी जाएगी। इनकी मरम्मत का कार्य अभी चल रहा है। 2 करोड़ 75 लाख रुपये के बजट से शहर को जलभराव से निजात दिलाई जाएगी। इन सब पर काम शुरू हो चुका है। भिवानी शहर में पहली बार ऑटोमैटिक मैकेनिकल स्क्रीन(एएमएस) लगाई जा रही हैं। बरसाती नालों की सफाई के लिए दिया टेंडर

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बरसाती नालों में रोहतक गेट से दादरी गेट तक करीब एक किलोमीटर और वैश्य सीनियर सेकेंडरी स्कूल से दिनोद गेट तक करीब 400 फीट लंबे बरसाती नालों की सफाई के लिए टेंडर जारी किया गया है। इन नालों की सफाई बरसाती सीजन शुरू होने से पहले 25 जून तक करवा दी जाएगी। रोहतक गेट से बावड़ी गेट तक बरसाती नाले की रो रही मरम्मत रोहतक गेट से बावड़ी गेट तक बरसाती नाले की मरम्मत का कार्य चल रहा है। इसके चलते आसपास जलभराव हो रहा है। लोग थोड़ा धैर्य रखें। अधिकारियों के अनुसार इस नाले को मरम्मत के लिए आगे से रोका गया है। इसके लिए कुछ दिन के लिए लोगों को मामूली परेशानी उठानी पड़ रही है। दो डिस्पोजल पर लगाई ऑटोमैटिक मैकेनिकल स्क्रीन देवसर चूंगी डिस्पोजल और चिड़ियाघर के समीप पुराना हाउसिग बोर्ड के डिस्पोजल पर ऑटोमेटिक मैकेनिकल स्क्रीन लगा दी गई है। ये 30 फीट गहरे सीवर से भी कचरा, पॉलिथीन आदि निकालेगी। चिड़ियाघर के पास 45 एमएलडी का डिस्पोजल बनाया गया है। यहां का पानी ढाणा रोड तक निकाला जाता है पानी की निकासी के लिए 10 पंपिग स्टेशन बनाए जा रहे जनस्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बरसाती सीजन में पानी की निकासी के लिए शहर में 10 पंपिग स्टेशन बनाए गए हैं। इनमें 6 देवसर चूंगी डिस्पोजल क्षेत्र और 4 जीतू वाला जोहड़ डिस्पोजल पर लगाए जाएंगे। इन पंपिग स्टेशनों की पानी निकालने की क्षमता इस प्रकार रहेगी। पंपिग स्टेशन का नाम पानी निकालने की क्षमता विकास नगर पंपिग स्टेशन 7 क्यूसिक

कन्हीराम पंपिग स्टेशन 5 क्यूसिक

शिवनगर पंपिग स्टेशन 5 क्यूसिक शहर के इन इलाकों में चालू हो चुके डिस्पोजल अधिकारियों के अनुसार विकास नगर, शिवनगर, कन्हीराम अस्तपाल के पास डिस्पोजल चालू हो गए हैं। यहां पर बरसाती सीजन में सबसे ज्यादा जलभराव होता था। लेकिन अब यहां पर जलभराव नहीं होगा। दो माह से ओवरफ्लो हो रहे बरसाती नाले बावड़ी गेट के समीप संत शिरोमणि गुरु रविदास मंदिर क्षेत्र के अलावा आसपास के इलाकों में सीवर और बरसाती नाले ओवरफ्लो होकर गलियों में दूषित पानी भरा है। विजय सिंहमार, राहुल, शमशेर गुर्जर, सतीश, अशोक, मदनलाल, संदीप आदि ने बताया कि पिछले दो माह से तो हालात खराब हैं। सीवर और बरसाती नाले ओवरफ्लो होकर गलियों में पानी जमा हो जाता है। न जाने कब यहां की सुध ली जाएगी। जलभराव से निजात दिलाने के लिए पूरी तैयार की गई है। बरसाती नालों की सफाई के लिए टेंडर लगा दिए गए हैं। अब इस समस्या से निजात मिल जाएगी।

आरके मुंजाल अभियंता

पब्लिक हेल्थ। शहर को बरसाती पानी के जलभराव से निजात दिलाने के लिए 10 पंपिग स्टेशन लगाने का काम चल रहा है। इसके अलावा दो ऑटोमेटिक मैकेनिकल स्क्रीन लगाई गई हैं। इसके अलावा दूसरी जरूरी व्यवस्था की जा रही हैं। इन सब पर 2 करोड़ 75 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। शहर में जलभराव की समस्या नहीं होने दी जाएगी।

विशाल बंसल, अधीक्षक अभियंता

जनस्वास्थ्य विभाग भिवानी।

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