आंगनबाड़ी वर्करों ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर मांगों को लेकर की नारेबाजी
आंगनबाड़ी वर्करों ने उपायुक्त कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। महिलाओं ने आरोप लगाया कि उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। लंबित मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है। आंगनबाड़ी वर्करों एवं हेल्पर यूनियन की महिलाएं सोमवार को उपायुक्त कार्यालय पर पहुंचीं और नारेबाजी शुरू कर दी।
जागरण संवाददाता, भिवानी : आंगनबाड़ी वर्करों ने उपायुक्त कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। महिलाओं ने आरोप लगाया कि उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। लंबित मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है। आंगनबाड़ी वर्करों एवं हेल्पर यूनियन की महिलाएं सोमवार को उपायुक्त कार्यालय पर पहुंचीं और नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व आंगनबाड़ी वर्कर नेता संतोष बामला, राजबाला व रेखा बामला कर रही थीं।
उन्होंने कहा जब तक हमें स्मार्ट फोन और उनके रिचार्ज के लिए 500 रुपये प्रतिमाह नहीं दिया जाता वे आनलाइन काम करने में असमर्थ हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों का पिछले दो साल तक किराया तक नहीं दिया गया है। महिलाओं को रिटायरमेंट लाभ दिये जाने, हेल्पर से वर्कर व वर्कर से सुपरवाइजर की पदोन्नति की जाने, केंद्र सरकार द्वारा पूर्व में माने गए 1500 रुपए व साढ़े 7 सौ रुपये मानदेय बढ़ोतरी लागू किये जाने। सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में पानी के कैंपर, पंखे, झाडू, अलमारी व अन्य जरूरी सामान दिये जाने, आइसीएस की छह सेवाएं व पांच उद्देश्य से अलग कोई कार्य नहीं लिये जाने की मांग के साथ 1983 पीटीआइ को बहाल करने व किसानों के आंदोलन का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि सरकार बातचीत के माध्यम से समस्याओं का निदान करे। अगर सरकार हमारी समस्याओं का निदान नहीं करती है तो हमारे लिए काम करना मुश्किल हो जाएगा। महंगाई भी बढ़ती जा रही है, सरकार को इस बात का ध्यान रखना चाहिए।
प्रदर्शन में संतोष ग्रेवाल, प्रोमिला बामला, राजबाला खानक, राजबाला निनान, रेखा बामला, किरण, बिमला बामला, बिमला देवी भिवानी, सत्यबाला मित्ताथल, प्रेम देवी बुवानीखेड़ा प्रकाश गुजरानी, रमन देवी भिवानी, एवं रत्न कुमार जिदल व फूलचंद शामिल रहे।