मनरेगा के तहत किए जाने वाले कार्यो की सूची बनाकर कार्य योजना करें तैयार : डीसी
अतिरिक्त खंड कार्यक्रम अधिकारी (एबीपीओ) गांवों के पूर्व सरपंचों नं
जागरण संवाददाता, भिवानी : अतिरिक्त खंड कार्यक्रम अधिकारी (एबीपीओ) गांवों के पूर्व सरपंचों, नंबरदारों, ग्राम सचिवों एवं अन्य लोगों के साथ मिलकर गांव का दौरा करेंगे। वहां मनरेगा के तहत करवाए जा सकने वाले विकास कार्यों की सूची तैयार की जाएगी। उसकी पूरी लिस्ट बनाकर एक सप्ताह में उपायुक्त कार्यालय में भेजी जाएगी। यह आदेश उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य ने लघु सचिवालय स्थित डीआरडीए सभागार में मनरेगा की समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए दिए।
उन्होंने कहा कि मनरेगा के अंतर्गत 262 तरह के कार्य करवाए जा सकते हैं। यदि एबीपीओ सही प्रकार से कार्य योजना बनाए तो मनरेगा के तहत न सिर्फ बेरोजगारों को काम मिलेगा बल्कि गांव के विकास को एक गति भी मिलेगी। जोहड़ की खुदाई, कच्ची खालों का रख-रखाव, लिक रोड की भर्ती, व्यायामशालाओं की भरत, पेड़-पौधों की छटाई के साथ-साथ छोटे, सिमान्त तथा अनुसूचित जाती से संबंधित किसानों के खेतों में मिट्टी भरत का कार्य, बागवानी के कार्य के लिए गड्ढों की खुदाई, पौधे लगाना व पौधों की छटाई का कार्य भी किया जा सकता है। इसके लिए प्रत्येक किसान के लिए एक लाख रुपये के मनरेगा कार्य का प्रविधान रखा गया है।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा कच्चे कार्य का इतना विस्तृत रूपरेखा बनाई गई है। जिससे हम यदि सही तरीके से करवाएं तो प्रत्येक गांव की तस्वीर बदली जा सकती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए जाने वाले मकानों के चिनाई के कार्य में मनरेगा के तहत भी कार्य करवाया जाना अनिवार्य है।
उपायुक्त ने कहा कि जिले में ऐसा कोई भी गांव शेष नहीं रहना चाहिए जहां पर मनरेगा के कार्य न चल रहे हो। उन्होंने कहा कि ऐसे स्कूलों की पहचान की जाए जहां पर मनरेगा के तहत कार्य करवाए जाने हैं। इस दौरान सीईओ जिला परिषद कुशल कटारिया, डीडीपीओ आशीष मान, मनरेगा के लेखाकार हेमंत सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।