बीडीपीओ पर लगाया मारपीट और धमकी देने का आरोप, डीसी ने दी छुट्टंी
संवाद सहयोगी लोहारू गांव गिगनाऊ के एक दलित युवक के साथ कथित मारपीट का मामला अभी शांत
संवाद सहयोगी, लोहारू : गांव गिगनाऊ के एक दलित युवक के साथ कथित मारपीट का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था बीती रात बीडीपीओ के खिलाफ उसी के कार्यालय के एक कर्मचारी ने भी मोर्चा खोल दिया है। पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित कर्मचारी रिकू कुमार ने बताया कि बीडीपीओ नरेंद्र ढुल ने उससे कार्यालय समय के बाद रात को लोक निर्माण विश्राम गृह में खाना लाने के लिए बुलाया और उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। यही नहीं पीड़ित ने बीडीपीओ पर शराब के नशे में धमकी देने और जातिसूचक गालियां देने के अलावा उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया। घटना की सूचना पर लोकनिर्माण विश्राम गृह परिसर में शहर के काफी लोग जमा हो गए तथा बीडीपीओ और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। करीब तीन-चार घंटे के हाई वोल्टेज ड्रामा के दौरान डीएसपी गजेंद्र सिंह, थाना प्रभारी कर्णपाल सिंह, तहसीलदार, उप तहसीलदार रामपाल सिंह सहित काफी पुलिसकर्मी पहुंच गए।
मामला तूल पकड़ता देखकर अधिकारियों ने इसकी सूचना उच्चाधिकारियों तक पहुंचा दी तथा देर रात करीब 12 बजे आरोपित बीडीपीओ नरेंद्र ढुल का लोक निर्माण विश्राम गृह में चिकित्सकों की टीम बुलाकर मेडिकल करवाया गया। अधिकारियों द्वारा आरोपित बीडीपीओ के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के आश्वासन के बाद लोगों का आक्रोश शांत हुआ। बता दें कि करीब एक पखवाड़ा पूर्व गांव गिगनाऊ के भी एक युवक इंद्राज द्वारा बीडीपीओ पर मारपीट का आरोप लगाते हुए पुलिस थाने में शिकायत थी। उक्त मामले में कार्रवाई के लिए भी 22 अप्रैल को पंचायत बुलाई हुई है। उक्त मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि बीती रात बीडीपीओ के खिलाफ एक और मामला गर्मा गया। रात को बीडीपीओ के उक्त व्यवहार से नाराज पीड़ित कर्मचारी रिकू के पक्ष में मौके पर पहुंचे विजय गुरावा, रेखा टंडन, संजय खंडेलवाल, सुभाष सैनी, कमल किशोर सैनी, रामसिंह, बनेश कुमार ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा कहा कि उक्त बीडीपीओ के खिलाफ पुलिस प्रशासन के पास अनेक शिकायतें आ चुकी हैं। बावजूद इसके पुलिस प्रशासन साजबाज होकर उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है। लोगों के आक्रोश को देखते हुए बीडीपीओ रेस्ट हाउस में कमरे में भी दुबके रहे तथा गुस्साए लोग बाहर नारेबाजी करते रहे। गुस्साए लोग देर रात तक लोक निर्माण विश्राम गृह के सामने डटे रहे। अंत में मौके पर पहुंचे डीएसपी गजेंद्र सिंह, तहसीलदार, नायब तहसीलदार रामपाल के मौके पर पहुंचने और उच्चाधिकारियों से बातचीत करने के बाद स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ गौरव चतुर्वेदी की टीम को मौके पर बुलाकर आरोपित बीडीपीओ के ब्लड सैंपल लिए गए। अधिकारियों ने समुचित कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों का गुस्सा शांत करवाया। वहीं दूसरी ओर आरोपित बीडीपीओ ने सभी प्रकार के आरोपों को निराधार बताया है।
डीएसपी गजेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़ित रिकू के ब्यान दर्ज करके समुचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बहरहाल रात को ही बीडीपीओ नरेंद्र ढुल के ब्लड सैंपल लेकर उन्हें जांच के लिए भेज दिया गया है। पीड़ित रिकू ने मुख्यमंत्री को दी शिकायत
बीडीपीओ कार्यालय के कर्मचारी रिकू कुमार ने अधिकारी द्वारा मारपीट करने और धमकियां देने की शिकायत बृहस्पतिवार को भिवानी में मुख्यमंत्री को देकर भी आवश्यक कार्रवाई की मांग की है। रिकू कुमार ने बताया कि वह हाल ही में डी गु्रप की भर्ती में चयनित हुआ था तथा जब से नौकरी ज्वाइन की है तभी से उक्त बीडीपीओ उसे प्रताड़ित कर रहा है। रिकू ने बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री मनोहरलाल को भी दी है तथा उन्होंने समुचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। बीडीपीओ कार्यालय के कर्मचारी भी उतरे अधिकारी के विरोध में
बृहस्पतिवार को स्थानीय बीडीपीओ कार्यालय के अनेक कर्मचारी भी बीडीपीओ नरेंद्र ढुल के विरोध में उतर आए और एसडीएम लोहारू को ज्ञापन देकर सभी कर्मचारियों को सामूहिक अवकाश पर भेजने की मांग की। यहीं नहीं सभी कर्मचारियों ने उक्त अधिकारी को यहां से स्थानांतरण किए जाने की मांग की है। बीडीपीओ को भेजा दस दिन के अवकाश पर
उपायुक्त डा. अंशज सिंह ने बताया कि बीडीपीओ की शिकायतें लंबे समय से आ रही थीं। इसलिए उन्हें दस दिन के अवकाश पर भेज दिया गया है।