बराबरी पर रहा 71 हजार रुपये का इनामी दंगल
गांव बडराई नौरंगाबास जाटान के पहाड़ी आंचल में स्थित श्रीश्याम धाम के
संवाद सहयोगी, बाढड़ा : गांव बडराई नौरंगाबास जाटान के पहाड़ी आंचल में स्थित श्रीश्याम धाम के वार्षिकोत्सव के समापन कार्यक्रम में आयोजित 71 हजार की प्रथम कुश्ती दंगल में सुरेश अखाड़ा रोहतक के पहलवान सोमबीर सिंह व महेंद्रगढ़ के संजय पहलवान के मध्य कई देर दांव पेंच चले। लेकिन कोई निर्णय नहीं आने पर प्रथम दंगल बराबरी पर छूटा। 100 से अधिक स्पर्धाओं में विजेता खिलाड़ियों व धावकों को महेंद्रगढ़ के एसडीएम दिनेश लुहाच व भाजयूमो राजस्थान के प्रभारी वरुण गागड़वास ने खिलाड़ियों का अभिनंदन किया।
समाजसेवी नीटू नौरंगाबास जाटान ने नगद राशि व ट्राफी देकर सम्मानित किया। श्रीश्याम धाम बडराई के पवित्र धार्मिक स्थल पर आयोजित मेले व भंडारा में क्षेत्र के दर्जनभर गांवों के हजारों श्रद्धालुओं ने भागीदारी की। इस दौरान आयोजित 71 हजार के कुश्ती दंगल में सुरेश अखाड़ा रोहतक के पहलवान सोमबीर सिंह व महेंद्रगढ़ के खिलाड़ी संजय पहलवान बराबर रहे वहीं दूसरी 51 हजार के दंगल में सोनीपत फतेहपूर के पहलवान मोनू दहिया व सुमित गुलिया झाड़ली के पहलवानों का मुकाबला बराबरी पर रहा। जिस पर निर्णायक टीम ने दोनों को प्रोत्साहन राशि से सम्मानित किया।
समापन कार्यक्रम में समाजसेवी नीटू सिंह नौरंगाबास जाटान ने विजेता खिलाड़ियों को नगद राशि व विजेता ट्राफी दी। विशेष अतिथि के तौर पर पहुंचे एसडीएम दिनेश लुहाच ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्र में पर्यावरण सरंक्षण करते हुए जल बचाने व श्रीश्याम के इस जगह को एक बड़ा धार्मिक स्थल के रुप में तैयार करने में प्रशासन व श्रद्धालुओं का संयुक्त कदम है। मंदिर कमेटी द्वारा कोविड महामारी को देखते हुए बार-बार सैनिटाइज करवाना व मास्क वितरण के अलावा पॉलीथिन मुक्त मेला व भंडारा कार्यक्रम संचालन करने के लिए वे उनकी कार्यशैली के मुरीद बन गए हैं।
भाजयूमो राजस्थान के प्रभारी वरुण गागड़वास ने श्रीश्याम मंदिर पहुंच कर पूजा अर्चना में भागीदारी की वहीं आयोजित रक्तदान शिविर में रक्तदाताओं को बैज लगाकर उनकी हौंसला अफजाई की।
समापन कार्यक्रम में समाजसेवी अशोक कादमा, सरपंच नरेश पूनिया, कादमा गैस एजेंसी मालिक प्रेम कादमा, विरेंद्र पहलवान बडराई, सरपंच धर्मबीर सिंह, सुरेन्द्र मलिक, एसवीएम संस्था मालिक मा. मुन्नालाल शर्मा, बैंक प्रबंधक रोशनलाल, सूबेदार छोटूराम, बख्तावर सिंह, सूबेदार अत्तर सिंह, सरपंच नरेंद्र नौरंगाबास, सुरेंद्र जेई, इत्यादि मौजूद रहे।