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पोर्टल खुलने के बाद 5,228 किसानों ने करवाया पंजीकरण

इस बार सरसों के साथ-साथ गेहूं की सरकारी खरीद भी पंजीकृ

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 Apr 2020 12:18 AM (IST)Updated: Mon, 20 Apr 2020 06:19 AM (IST)
पोर्टल खुलने के बाद 5,228 किसानों ने करवाया पंजीकरण
पोर्टल खुलने के बाद 5,228 किसानों ने करवाया पंजीकरण

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी :

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इस बार सरसों के साथ-साथ गेहूं की सरकारी खरीद भी पंजीकृत किसानों से ही की जाएगी। सरसों की खरीद बीते बुधवार से शुरू हो चुकी है और गेहूं की खरीद आज से शुरू होनी है। जिले में गेहूं का क्षेत्र अधिक होने के बावजूद किसानों द्वारा सरसों बेचने के लिए अधिक संख्या में पंजीकरण करवाए गए थे। जिसके चलते सरकार ने बचे हुए किसानों को पंजीकरण का अवसर देते हुए सात अप्रैल को मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल को 19 अप्रैल तक खोल दिया गया था। जिसका किसानों ने लाभ उठाया है। पोर्टल खोले जाने के बाद दादरी जिले के पांच हजार से अधिक किसानों ने गेहूं बेचने के लिए अपना पंजीकरण करवाया है।

उल्लेखनीय है कि दादरी जिले में रबी सीजन के दौरान सबसे अधिक क्षेत्र गेहूं का है लेकिन बीते सीजन के दौरान गेहूं की बिक्री के लिए पंजीकरण अनिवार्य नहीं होने के कारण सरसों का क्षेत्र गेहूं से कम होने के बावजूद पंजीकरणों की संख्या करीब नौ गुणा अधिक थी। वहीं सरकार द्वारा गेहूं की खरीद भी पंजीकृत किसानों से करने के निर्णय के बाद गेहूं उत्पादक किसानों के सामने समस्या खड़ी हो गई थी। लेकिन सरकार द्वारा बचे हुए किसानों के पंजीकरण करवाने और सरसों के क्षेत्र को गेहूं में बदलवाने के लिए मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल गेहूं खरीद शुरू होने से एक दिन पहले तक खोल दिया गया। ताकि गेहूं उत्पादक किसान अपनी फसलों का पंजीकरण करवा सके और फसल खरीद में उन्हें किसी प्रकार की समस्या का सामना न करने पड़े। बारिश से बचाव के लिए पुख्ता प्रबंध: सचिव

मार्केट कमेटी सचिव ने कहा कि मौसम में लगातार परिवर्तन देखने को मिल रहा है और बारिश की संभावना बनी रहती है। जिसके चलते गेहूं को बारिश में भीगने से बचाने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जब तक मंडी आए किसानों की फसल बिक नहीं जाती है तब तक उसे बारिश में भीगने से बचाने की जिम्मेंवारी मार्केट कमेटी की होगी और बारिश आने पर मार्केट कमेटी कर्मचारी किसानों की फसल ढकने के लिए तिरपाल उपलब्ध करवाएंगे। वहीं खरीद के बाद उठान न होने तक गेहूं को बारिश में भीगने से बचाने के लिए आढ़तियों की जिम्मेवारी है और इसके लिए उन्हे तिरपाल आदि का प्रबंध करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। इसके अलावा सभी खरीद केंद्रों पर बिजली, पानी की व्यवस्था की गई है। 40 प्रतिशत क्षेत्र में हो चुकी है कटाई

वर्तमान में जिले में गेहूं की फसल कटाई का कार्य जोरों पर चल रहा हैं। दादरी व बौंद के धान वाले क्षेत्र में अभी गेहूं की फसल कटाई का कार्य कम हुआ है। लेकिन बाढड़ा, झोझूं, कादमा के अधिकांश क्षेत्र में कटाई का कार्य किया जा चुका है और गेहूं निकालने का कार्य किया जा रहा है। हालांकि शनिवार शाम को हुई हल्की बारिश से गेहूं कटाई व कढ़ाई का कार्य प्रभावित हुआ है। जिससे गेहूं खरीद के शुरुआती दिनों में आवक प्रभावित हो सकती है। पहले दिन बुलाए जाएंगे 50 किसान : सुरेश

दादरी मार्केट कमेटी के सचिव सुरेश कुमार खोखर ने कहा कि दादरी जिले में दादरी, बाढड़ा अनाज मंडी के अलावा 15 अस्थाई खरीद केंद्र बनाए गए है। उन्होंने कहा कि इनमें से 13 अस्थाई केंद्र वहीं हैं जहां वर्तमान में सरसों की खरीद की जा रही है इनके अलावा बौंद व छपार में भी गेहूं खरीद केंद्र बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि खरीद के पहले दिन सभी खरीद केंद्रों पर दो शिफ्टों में केवल 50 किसानों को ही बुलाया जाएगा बाद में प्रतिदिन प्रत्येक खरीद केंद्र पर 100 किसानों को बुलाया जाएगा। 5228 किसानों ने करवाया पंजीकरण: सुपरवाईजर

दादरी नई अनाज मंडी के सुपरवाईजर रामकिशन जावला ने बताया कि सरसों के मुकाबले गेहूं के पंजीकरण काफी कम संख्या में थे। जिले के किसानों ने इस सीजन की फसलों की बिक्री के लिए 40 हजार से अधिक पंजीकरण करवाए थे लेकिन गेहूं के पंजीकृत किसानों की संख्या 4617 ही थी। उन्होंने कहा कि अब पोर्टल खोले जाने के बाद जिले के 5228 किसानों ने गेहूं के लिए पंजीकरण करवाया है जिसके चलते गेहूं के पंजीकृत किसानों की संख्या अब 9845 हो गई है। गेहूं के पंजीकृत किसानों की संख्या का विवरण

खंड पंजीकरण

दादरी 4557

बाढड़ा 3668

बौंद 1620

कुल 9845


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