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प्लास्टिक थैलियों का प्रयोग करने वाले 50 दुकानदारों के चालान काटे

जागरण संवाददाता चरखी दादरी शहर में प्लास्टिक थैलियों से बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण को बच

By JagranEdited By: Published: Mon, 20 May 2019 07:40 PM (IST)Updated: Tue, 21 May 2019 06:32 AM (IST)
प्लास्टिक थैलियों का प्रयोग करने वाले 50 दुकानदारों के चालान काटे
प्लास्टिक थैलियों का प्रयोग करने वाले 50 दुकानदारों के चालान काटे

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : शहर में प्लास्टिक थैलियों से बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण को बचाने के लिए नगर परिषद ने बड़े स्तर पर अभियान शुरू किया है। परिषद के कर्मचारियों ने सोमवार को प्लास्टिक थैलियों का प्रयोग करने वाले 50 दुकानदारों के चालान भी काटे है। नगर परिषद प्लास्टिक थैलियों का प्रयोग करने वाले दुकानदारों से नियमानुसार जुर्माना वसूली करेगी। जुर्माना तय अवधि में नहीं चुकाने पर उसके खिलाफ कोर्ट में याचिका दायर कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जिले में हर रोज सैकड़ों क्विंटल प्लास्टिक थैलियों की बढ़ती खपत को देखते हुए नगर परिषद ने बड़े स्तर पर अभियान चलाने की मुहिम शुरू कर दी गई है।

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अभियान को सफल बनाने के लिए चार सदस्यीय टीम का गठन कर चालान काटने शुरू कर दिए है। टीम द्वारा अभियान के तहत शहर में प्लास्टिक की थैलियों का प्रयोग करने वाले 50 दुकानदारों के चालान काटे गए है। नगर परिषद के नियमानुसार दुकानदारों से बरामद थैलियों के वजन के अनुसार चालान राशि वसूली की जाएगी। ऐसे में जिन दुकानदारों के चालान काटे गए है उन्हें एक माह के अंदर जुर्माना राशि नगर परिषद कार्यालय में जमा करवानी होगी। नगर परिषद के एसआई विजय कुमार शर्मा ने बताया कि चालान की राशि समय पर नहीं भरने वाले दुकानदारों के खिलाफ कोर्ट याचिका दायर कर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वजन के अनुसार वसूला जाएगा जुर्माना

थैलियों का वजन जुर्माना राशि

0 से 100 ग्राम 500 रुपये

100 से 500 ग्राम 1500 रुपये

500 से एक किलो 5000 रुपये

एक से 5 किलो 10000 रुपये

5 से 10 किलो 20000 रुपये

10 किलो से अधिक 25000 रुपये

पर्यावरण के लिए बनी खतरा

वायु प्रदूषण प्लास्टिक थैलियों की वजह से हो रहा है क्योंकि प्लास्टिक कचरे को नाले में डालने से पानी प्रदूषित होता है। प्लास्टिक थैलियों को जलाने पर इससे निकले विषैले धुएं से वायु प्रदूषित हो रही हैं जिससे अनेक बीमारियां फैल रही हैं।

थैलियों से अटे शहर के नाले

प्लास्टिक की थैलियों का प्रयोग क्षमता से अधिक होने से बरसाती पानी व दूषित पानी निकासी के लिए बनाए गए शहर के सभी नाले अटे पड़े है। शहर में बनी ओवरफ्लो सीवरेज की समस्या का मुख्य कारण भी प्लास्टिक की थैलियां बनी हुई है। आज प्रत्येक उत्पाद में प्लास्टिक थैलियों के प्रयोग होने से यह पर्यावरण के लिए खतरा बनती जा रही है।

सख्ती से निपटा जाएगा : शर्मा

नगर परिषद के सफाई निरीक्षक विजय शर्मा ने बताया कि शहर में किसी दुकानदार के पास प्लास्टिक की थैलियां मिलने की सूरत में सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्लास्टिक थैलियों के प्रयोग को रोकने में सहयोग नहीं करने वाले लोगों के खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्रवाई अमल में लाए जाएगी।


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