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आंदोलनरत किसानों के लिए गांव खरकड़ी बावनवाली से हर रोज भेजा जा रहा 2500 लीटर दूध और लस्सी

गांवों से रोजाना सामान एकत्रित किया जा रहा है

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Dec 2020 06:50 AM (IST)Updated: Tue, 08 Dec 2020 06:50 AM (IST)
आंदोलनरत किसानों के लिए गांव खरकड़ी बावनवाली से हर रोज भेजा जा रहा 2500 लीटर दूध और लस्सी
आंदोलनरत किसानों के लिए गांव खरकड़ी बावनवाली से हर रोज भेजा जा रहा 2500 लीटर दूध और लस्सी

गांवों से रोजाना सामान एकत्रित किया जा रहा है

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फोटो : 7बीडब्ल्यूएन 13 जेपीजी संवाद सूत्र, ढिगावा मंडी :

एक तरफ किसान आंदोलन तेज हो रहा है तो दूसरी तरफ उतनी ही जोरों पर आंदोलन को मजबूत करने की भी तैयारी जारी है। किसान आंदोलन में दिल्ली बॉर्डर पर डटे किसानों को खाने की दिक्कत न हो, इसके लिए पूरे क्षेत्र में हर किसान परिवार योगदान दे रहा है। गांव खरकड़ी में 70 साल के बुजुर्गों से महिलाएं तक सिर पर आटा, चावल, दाल की बोरियां लादकर पहुंच रहे हैं। हर घर से आटा, दाल, घी, फल, सब्जियां, दूध और लस्सी आदि पहले गांव के चौक में इकट्ठा किया जाता है फिर वहां से दिल्ली पहुंचाया जा रहा है। किसान यूनियन के मंडल प्रधान स्वामी सदानंद महाराज ने गांवों में टीमें बनाई हैं जो कि दिल्ली तक राशन की सप्लाई की चेन टूटने न पाए। महाराज की अध्यक्षता में ग्रामीणों के सहयोग से क्षेत्र के गांवों से रोजाना सामान एकत्रित किया जा रहा है और जरूरत के अनुसार धरनास्थल तक पहुंचाया जा रहा है। किसान अपने स्तर पर भी सामान लेकर पहुंच रहे हैं।

दादी सती मंदिर के महंत सदानंद सरस्वती खरकड़ी, प्रदीप, धर्मपाल, हवासिंह, राम सिंह, संदीप खरकड़ी, रणबीर पंच, जोगिदर ढिल्लों, सोमबीर सिरावग, नवीन नंबरदार, संदीप, बलवंत खरकड़ी, सुभाष, मुकेश मिस्त्री, सूरजभान बाजवा, सुंदर सिरावग ने बताया कि पूरे इलाके में किसान आंदोलन को लेकर जोश है। हर घर से किसान आंदोलन के लिए सहयोग मिल रहा है। लोग खुद आगे आकर आंदोलन में अपनी ड्यूटी देने के लिए तैयार हो रहे हैं।

प्रदर्शन कर रहे किसानों की सेवा के लिए रोटेशन में लोगों को भेजा जा रहा है :-

किसानों ने बताया कि क्षेत्र के दर्जनभर गांव से दिल्ली बॉर्डर के लिए लोग भेज रहे हैं जो आंदोलन के रहे किसानों की सेवा करते हैं। 20 से 25 लोगों का ग्रुप सेवा के लिए रोटेशन में भेजा जा रहा है। आंदोलन चाहे साल भर चले किसी भी तरह की परेशानी आंदोलन कर रहे किसानों को नहीं आने दी जाएगी।


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