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परिषद के प्रस्ताव पारित किए जाने के बाद भी अप्रूव्ड नहीं हुई 150 गलियां, निर्माण कार्य लटका

दादरी शहर की दर्जनों अनअप्रूव्ड गलियां स्थानीय नगर परिषद द्वारा

By JagranEdited By: Published: Wed, 06 Jan 2021 09:36 AM (IST)Updated: Wed, 06 Jan 2021 09:36 AM (IST)
परिषद के प्रस्ताव पारित किए जाने के बाद भी अप्रूव्ड नहीं हुई 150 गलियां, निर्माण कार्य लटका
परिषद के प्रस्ताव पारित किए जाने के बाद भी अप्रूव्ड नहीं हुई 150 गलियां, निर्माण कार्य लटका

जागरण संवाददाता, चरखी दादरी : दादरी शहर की दर्जनों अनअप्रूव्ड गलियां स्थानीय नगर परिषद द्वारा प्रस्ताव पारित किए जाने के काफी समय बाद भी अप्रूव्ड की श्रेणी में नहीं आ सकी हैं। इसके चलते अप्रूव्ड न होने के कारण इन गलियों में सड़कों का निर्माण नहीं हो पा रहा है। इन गलियों में रहने वाले हजारों की संख्या में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

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दादरी नगर परिषद द्वारा इन गलियों को अप्रूव्ड की श्रेणी में लाने के लिए कई बार प्रस्ताव पास कर उच्च अधिकारियों के पास भेजे जा चुके हैं। लेकिन अभी तक उन पर संज्ञान नहीं लिया गया है। अनअप्रूव्ड गलियों में सीवरेज व पेयजल लाइनों के साथ-साथ बिजली आपूर्ति के लिए लाइनें भी बिछी हुई हैं। लेकिन नगर परिषद के अधिकार क्षेत्र में न होने के कारण सड़कों का निर्माण नहीं हो सका है।

नगर परिषद चेयरमैन संजय छपारिया का कहना है कि ये गलियां अप्रूवड होते ही इनमें सड़कों का निर्माण करवा दिया जाएगा। वहीं दादरी के विभिन्न वार्डों में स्थित गलियों को अप्रूव्ड की श्रेणी में लाने के लिए पार्षदों द्वारा मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भी ज्ञापन सौंपा जा चुका है।

उल्लेखनीय है कि काफी वर्ष पहले तक दादरी का पुराना शहर, मेन बाजार क्षेत्र, बस स्टैंड क्षेत्र, लोहारू रोड, पुरानी अनाज मंडी, रेलवे रोड, रोहतक रोड इत्यादि क्षेत्र आबाद हुआ करता था। लेकिन लगातार बढ़ रही आबादी के चलते दादरी के बाहरी क्षेत्र में नई कालोनियां विकसित हो चुकी है। ऐसे में फिलहाल शहर के बाहरी हिस्से में करीब 150 गलियां अनअप्रूव्ड हैं। इन वार्डों में हैं अनअप्रूव्ड गलियां

दादरी के वार्ड एक के पार्षद प्रतिनिधि जयसिंह लांबा ने बताया कि उनके वार्ड में एक गली अनअप्रूव्ड है। वार्ड तीन के पार्षद आनंद महराणा ने बताया कि उनके वार्ड में करीब 100 गलियां अनअप्रूव्ड हैं। इन गलियों में सीवरेज, पेयजल, बिजली, स्ट्रीट लाइटें तो हैं, लेकिन सड़क का निर्माण नहीं हुआ है। वार्ड 13 के पार्षद प्रतिनिधि सुभाष स्वामी ने बताया कि उनके वार्ड में रामबाग से आगे महेंद्रगढ़ बाईपास तक का क्षेत्र अनअप्रूव्ड श्रेणी में है। इसी प्रकार से वार्ड 18 में भी आधा दर्जन से अधिक गलियां अनअप्रूव्ड हैं। जबकि इन गलियों में काफी संख्या में लोग मकान बनाकर रह रहे हैं। मुख्यमंत्री को सौंपा था ज्ञापन : सुमन

वार्ड 17 की पार्षद सुमन श्योराण ने बताया कि उनके वार्ड में लोहारू चौक से आगे करीब 15 गलियां अनअप्रूव्ड हैं। उन्होंने बताया कि अक्टूबर 2017 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भी इन कालोनियों को वैध व नियमित करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया था। उन्होंने बताया कि इसके लिए 28 सितंबर 2017 को नगर परिषद की साधारण बैठक में प्रस्ताव भी पास किया गया था। पार्षद सुमन के अनुसार अप्रूव्ड न होने के कारण इन कालोनियों में सड़क व सीवरेज की सुविधा नहीं हैं। 2002 में हुई थी 16 कालोनियां अप्रूव

गौरतलब है कि वर्ष 2002 में दादरी की 16 अनअप्रूव्ड कालोनियों को अप्रूव किया गया था। लेकिन करीब 18 वर्ष का समय बीतने के बाद भी अन्य कालोनियों को अप्रूव नहीं किया गया है। जबकि वर्ष 2002 से लेकर वर्ष 2021 तक दादरी शहर की जनसंख्या करीब दोगुना बढ़ चुकी है। वर्ष 2014 में नगर पालिका के अंतर्गत चार कालोनियों के एक्सटेंशन को मंजूरी दी गई थी। अप्रूव होते ही बनेंगी सड़के : चेयरमैन

दादरी नगर परिषद चेयरमैन संजय छपारिया का कहना है कि अनअप्रूव्ड गलियों को अप्रूव करवाने के लिए पार्षदों की मांग पर नप हाउस बैठक के दौरान प्रस्ताव पास किए जा चुके हैं। जिन्हें मंजूरी के लिए अधिकारियों के पास भेजा जा चुका है। छपारिया का कहना है कि गलियां अप्रूव्ड श्रेणी में आते ही वहां पर सड़कों का निर्माण करवा दिया जाएगा।


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