टीकरी बार्डर का होगा सुंदरीकरण, 700 मीटर नई तकनीक से बनेगी सड़क, लगेंगी फैंसी लाइटें
दिल्ली सरकार की ओर से टीकरी बार्डर का सुंदरीकरण किया जाएगा। सुंदरीकरण कार्य पूरा होने के बाद बाहर से आने वाले लोगों को ऐसा महसूस होगा कि वे राजधानी दिल्ली में प्रवेश कर रहे हैं। करीब 700 मीटर के हिस्से का सुंदरीकरण किया जाएगा। यूरोपीय मानकों के अनुसार यह कार्य होगा।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
दिल्ली सरकार की ओर से टीकरी बार्डर का सुंदरीकरण किया जाएगा। सुंदरीकरण कार्य पूरा होने के बाद बाहर से आने वाले लोगों को ऐसा महसूस होगा कि वे राजधानी दिल्ली में प्रवेश कर रहे हैं। करीब 700 मीटर के हिस्से का सुंदरीकरण किया जाएगा। यूरोपीय मानकों के अनुसार यह कार्य होगा। स्वागत द्वार भी बनाया जाएगा। सड़क भी नई तकनीक से बनाई जाएगी ताकि बार-बार गड्ढों से निजात मिल सके। यहां कई सालों से भरे रहने वाले गंदे पानी से भी छुटकारा दिलाया जाएगा। इसके लिए हरियाणा सरकार की ओर से करीब चार करोड़ की लागत से नाला बनाया जाएगा। टेंडर हो चुका है। जल्द ही यह कार्य सिचाई विभाग की ओर से शुरू किया जाएगा। टीकरी बार्डर के सुंदरीकरण परियोजना पर करीब 18 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी। इसमें फैंसी लाइटें भी लगाई जाएंगी। शाम होते ही टीकरी बार्डर पूर तरह से फैंसी रंग-बिरंग लाइटों की रोशनी से जगमग हो उठेगा।
इस परियोजना से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि टीकरी बार्डर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर होने वाला सुंदरीकरण का कार्य उन कार्यों में से हैं, जिनका दिल्ली सरकार द्वारा पुनर्विकास और सुंदरीकरण किया जाना है। बार्डर की सुंदरीकरण योजना से टूरिज्म को भी बढ़ावा दिया जाएगा। सुंदरीकरण कार्य को लेकर संबंधित अधिकारियों ने अनुमानित लागत की स्वीकति दे दी है। इस कारण यह परियोजना जल्द ही शुरू हो जाएगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल इस परियोजना के तहत सड़कों का सुंदरीकरण यूरोपीय मानकों के अनुसार करना चाहते हैं। टीकरी सीमा के निकट इस सड़क के खंड को नए सिरे से तैयार किया जाएगा। इसी परियोजना के अंतर्गत सड़कों के सुंदरीकरण का कार्य किया जाएगा। परियोजना से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि इसके तहत 100 फीट से ज्यादा चौड़ी सड़क का निर्माण किया जाएगा। दिल्ली सरकार दिल्ली की विभिन्न प्रमुख सड़कों पर 500 मीटर से एक किलोमीटर के बीच के नमूने के तौर पर कई मार्गों का पुनर्विकास कर रही है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य सड़क को मजबूत करना और साथ ही सड़क की सुंदरता को बढ़ाना है। टीकरी बार्डर पर दिल्ली सरकार की ओर से स्वागत द्वार भी बनाया जाएगा, जिसमें किसान आंदोलन से जुड़ी स्मृतियों को सहेजा जाएगा। गौरतलब है कि इसी टीकरी बार्डर पर एक साल तक किसानों ने रास्ता रोककर आंदोलन किया। टीकरी बार्डर पर ही किसानों की मुख्य स्टेज थी। यहीं पर दिल्ली पुलिस की ओर से सड़क खोदकर किसानों को रोकने के लिए कीलें लगा दी गई थीं।
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