बाजारों पर चढ़ा दीपावली का रंग, खरीदारी हुई तेज
-बाजारों में तैयार हो रहा है मिठाइयों का स्टाक खाद्य सुरक्षा विभाग भी है सतर्क
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
शहर के बाजारों पर अब दीपावली का रंग चढ़ा हुआ है। कार्तिक मास में त्योहारों की लड़ी में यह मुख्य पर्व इस बार चार नवंबर को है। इसके बाद गोवर्धन और भैया दूज। इन पर्वों को लेकर बाजार भी गुलजार है। आए दिन बाजारों में रंगत बढ़ रही है। इस बार कोरोना भी शांत है तो लोगों का उत्साह भारी है। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों से अपील की जा रही है कि त्योहार पूरे उल्लास के साथ मनाएं, मगर सावधानी को न भूल जाएं। फिलहाल घरों की साज-सज्जा का दौर चल रहा है। इसके लिए बाजारों में रंगोलियों के लिए सामग्री से लेकर दूसरी चीजों की खरीद की जा रही हैं। दुकानों व अन्य प्रतिष्ठानों पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है। एक तरफ लोग खरीदारी में व्यस्त हो गए हैं तो दूसरी तरफ दुकानदारों के पास भी फिलहाल फुर्सत नही है। उधर, घरों को अस्थायी तौर पर सजाने की सामग्री के लिए भी बाजारों में स्थायी दुकानों से अलग स्टाल लग चुकी हैं। मिठाइयों का स्टाक हो रहा तैयार :
दीपावली के लिए मिठाइयों का स्टाक भी तैयार किया जा रहा है। गुणवत्ता हो या न हो, बस डिमांड पूरी करके ज्यादा आमदनी पर ही जोर है। कई दिन पहले ही इनकी बिक्री शुरू हो चुकी है और भैया दूज तक चलेगी। हालांकि इस बार खाद्य सुरक्षा विभाग भी सतर्क है। पिछले दिनों कई जगहों से सैंपल भी लिए गए थे। लोगों का कहना है कि विभाग को भैया दूज तक सक्रिय रहना चाहिए। फूड सेफ्टी आफिसर जोगेंद्र सिंह ने बताया कि विभागीय टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। बाजारों में बिकने वाली मिठाइयों की गुणवत्ता परखी जा रही है। रोजाना कहीं न कहीं से सैंपल लिए जा रहे हैं। चाइना विरोधी मंच ने भी की अपील:
दीपावली के मौके पर चाइनीज सामान की बिक्री होती है। अब तीन-चार साल से शहर में चाइना विरोधी मंच बना हुआ है, जो हर बार लोगों को दीपावली पर चाइनीज की बजाय स्वदेशी सामान की खरीद करने को प्रेरित करता है। इस बार भी मंच की ओर से लोगों से ऐसी ही अपील की जा रही है। मंच की ओर से रमेश राठी ने बताया कि जो देश हमारे लिए सीमा पर हर रोज परेशानी पैदा करता है और आतंक का पोषण कर रहे पाकिस्तान का समर्थन करता है। ऐसे देश के सामान को खरीदने से लोगों को परहेज करना चाहिए। वैसे भी चाइनीज सामान में कितनी गुणवत्ता होती है, इसको सभी जानते हैं।