जान-माल के नुकसान से बचाने को शहरों में कंडम भवनों का सर्वे शुरू, नोटिस देकर की जाएगी गिराने की कार्रवाई
- बहादुरगढ़ समेत झज्जर व बेरी शहर में भी कंडम भवनों का होगा सर्वे
- बहादुरगढ़ समेत झज्जर व बेरी शहर में भी कंडम भवनों का होगा सर्वे, स्थानीय निकाय कर्मियों की लगाई ड्यूटी
- जिला पालिका आयुक्त ने नगर परिषद बहादुरगढ़, झज्जर व नगर पालिका बेरी को दिए निर्देश, पत्र भेजकर मांगी रिपोर्ट फोटो-9, 10 व 24: जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
झज्जर के शहरी क्षेत्रों में अब कंडम भवनों का सर्वे शुरू किया जाएगा। लोगों की जान-माल को नुकसान से बचाने के लिए शहरी स्थानीय निकाय विभाग की ओर से जिला पालिका आयुक्त (डीएमसी) ने यह निर्णय लिया है। डीएमसी ने नगर परिषद (नप) बहादुरगढ़ व झज्जर और नगर पालिका बेरी को पत्र लिखकर कंडम भवनों का सर्वे करके रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं। डीएमसी के आदेश मिलते ही बहादुरगढ़ नप ने सहायक नगर योजनाकार जयपाल के नेतृत्व में भवन निरीक्षक विवेक जैन की टीम ने सर्वे शुरू कर दिया है। मंगलवार को टीम ने किला मुहल्ला क्षेत्र का सर्वे किया। यहां पर 150 साल से ज्यादा समय के बने हुए चार भवन मिले हैं। सर्वे पूरा होने के बाद कंडम भवनों के मालिकों को नगर पालिका अधिनियम की धारा 120 के तहत नोटिस दिए जाएंगे। नोटिस देने के बाद अगर भवन मालिक खुद अपने कंडम भवन को नहीं गिराता है तो बाद में नप की ओर से उसे गिराने की कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में नप ने आमजन से अपील की है कि अगर उनके आसपास के क्षेत्र में कोई भी भवन कंडम है तो वे इसकी रिपोर्ट कार्यालय में दे सकते हैं, ताकि उसे भी इस सर्वे में शामिल करके आगामी कार्रवाई की जा सके और जनहानि से बचा जा सके। किला मुहल्ला में 150 साल पुरानी हवेली का गिरा था हिस्सा, धर्म विहार में गिरा था मकान का मलबा:
16 जुलाई 2017 को शहर के किला मुहल्ला में करीब 150 साल पुरानी हवेली का एक हिस्सा भरभरा कर गिर गया था। यहां पर एक महिला ने भागकर जान बचाई थी। साथ ही पास खड़ी एक बाइक टूट गई थी। इसके अलावा पांच अक्टूबर 2020 को धर्म विहार के मेन रोड पर एक जर्जर मकान का मलबा गिर गया था। इस मकान का मलबा समय-समय पर टूटकर गिरता रहता है। ऐसे में यहां पर जान-माल का नुकसान होने की संभावना बनी हुई है। करीब 200 साल पुराना द्वार भी नप के निशाने पर:
शहर के किला मुहल्ला में करीब 200 साल पुराना द्वार है। यह बिल्कुल जर्जर हो चुका है। नगर परिषद की ओर से इस द्वार को भी कंडम भवनों की सूची में शामिल किया है। उच्च अधिकारियों की अनुमति लेकर इसे भी गिराने की कार्रवाई की जा सकती है या फिर इस द्वार का रेनोवेशन करवाकर इसे भव्य बनाने का निर्णय लिया जा सकता है। वर्जन..
शहर के लोगों से अपील की जाती है कि वे अपने आसपास के कंडम भवनों की सूचना नप कार्यालय में दें, ताकि उन्हें चिन्हित किया जा सके। नप की ओर से उन्हें गिराने की कार्रवाई की जाएगी ताकि जान-माल का नुकसान होने से बचाया जा सके।
-अतर सिंह, कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद, बहादुरगढ़।