40 दिन तक बच्चों से दूर रहकर किया था कोरोना पीड़ितों का इलाज, वीडियो कॉलिग से दी थी बेटी को जन्मदिन की बधाई
- सिविल अस्पताल में नर्सिंग ऑफिसर गीता ने निभाई थी कोरोना पीड़ितों के इलाज में अहम भूमिका
- सिविल अस्पताल में नर्सिंग ऑफिसर गीता ने निभाई थी कोरोना पीड़ितों के इलाज में अहम भूमिका फोटो-24: --नमो देव्यै, महा देव्यै: जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
कोरोना महामारी ने एक बार फिर से भयंकर रूप ले लिया है। पिछले साल भी इन्हीं दिनों में कोरोना का संक्रमण बढ़ा था। उस दौरान सिविल अस्पताल में कार्यरत नर्सिंग ऑफिसर गीता ने 40 दिन परिवार से दूर रहकर कोरोना पीड़ितों का इलाज किया था। बहादुरगढ़ क्षेत्र के गांव मांडौठी निवासी हरियाणा पुलिस में कार्यरत एएसआइ देवेंद्र कुमार उर्फ काला पहलवान की पत्नी गीता ने कोरोना महामारी में पूरी निष्ठा से कार्य कर संकट की घड़ी में लोगों का जीवन बचाने का कार्य किया था। इन दिनों गीता सेक्टर-6 में रहती हैं। गीता ने बताया कि जब कोरोना का संकट आया था तो वे अपने बच्चों से भी नहीं मिली थी। बच्चों को अपने मायके रोहतक में छोड़ दिया था। गीता ने बताया कि 40 दिन से भी ज्यादा समय तक वे परिवार से दूर रही थीं। घर भी जाती थी तो बच्चों से मुलाकात नहीं करती थी। वीडियो कॉलिग के जरिये उनसे बातचीत करती थीं। इस दौरान बेटा तक्षिल दलाल व 13 वर्षीय बेटी पूर्वा दलाल एक ही सवाल पूछते थे कि आप हमसे आकर कब मिलोगे? गीता ने बताया कि बच्चों के सवाल पर मेरा एक ही जवाब होता था कि बहुत जल्द ही कोरोना संकट खत्म हो जाएगा, फिर पहले की तरह सब एक साथ एक छत के नीचे ही रहेंगे। गीता ने बताया कि बेटी पूर्वा दलाल का 17 अप्रैल 2020 को जन्मदिन था, मगर कोरोना आपदा में लगी ड्यूटी के कारण बेटी के जन्मदिन पर केक काटने का खुशी वाला पल उसने वीडियो कॉलिग के माध्यम से देखा और बेटी को आशीर्वाद दिया था।