15 महीने में 51.57 करोड़ खर्च के बाद शहर में नहीं रहेगी सीवरेज समस्या
केंद्र सरकार की अटल मिशन फॉर रीजूवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफोर्मेशन(अमरूत) के तहत करीब 15 माह में शहर के सीवरेज सिस्टम को दुरूस्त कर दिया जाएगा। शहर की सिविक एमिनिटी के स्वीकृत हुई करीब 20 से ज्यादा कालोनियों में 93.40 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन बिछाई जाएंगी। 51.57 करोड़ रुपये की लागत से आगामी 30 सालों यानी 204
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
केंद्र सरकार की अटल मिशन फॉर रेजुवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफोर्मेशन(अमरूत) के तहत करीब 15 माह में शहर के सीवरेज सिस्टम को दुरुस्त कर दिया जाएगा। शहर की सिविक एमिनिटी के स्वीकृत हुई करीब 20 से ज्यादा कालोनियों में 93.40 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन बिछाई जाएंगीं।
51.57 करोड़ रुपये की लागत से आगामी 30 सालों यानी 2048 तक शहर की सीवर व्यवस्था दुरुस्त हो जाएगी। वित्तीय बिड खोलने के बाद की प्रक्रिया पूरी होने पर शहरी स्थानीय निकाय विभाग ने ज्वाइंट वेंचर के तहत भूमि इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के एस्टीमेट से 24.50 फीसद अधिक रेटों के टेंडर को स्वीकृत कर दिया है। अर्बन लोकल बाडी विभाग के इंजीनियर इन चार्ज के नेतृत्व में नगर परिषद बहादुरगढ़ के वरिष्ठ अधिकारियों और जलापूर्ति एवं स्वच्छता विभाग के बहादुरगढ़ कार्यकारी अभियंता की देखरेख में सीवर व्यवस्था का सारा काम कराया जाएगा। बहुत जल्द ही कंपनी की ओर से शहर में सीवर व्यवस्था का काम शुरू कर दिया जाएगा। सीवर व्यवस्था दुरुस्त होने से इन कालोनियों के करीब 70 हजार लोगों को सीधे तौर पर फायदा होगा और उन्हें नारकीय जीवन जीने को मजबूर नहीं होना पड़ेगा।
दरअसल, शहरी स्थानी निकाय विभाग की ओर से शहर की 20 से ज्यादा कालोनियों में सीवर लाइन डालने के लिए कुछ माह पूर्व टेंडर लगाया गया था। करीब 41.42 करोड़ के इस टेंडर में बिड न आने की वजह से कई बार टेंडर डालने के लिए समय बढ़ाया गया था। करीब दो माह पहले ही इस टेंडर में दो एजेंसियों ने बिड भरी थी, जिसमें गिरधारी लाल अग्रवाल कांट्रेक्टर व भूमि इंफ्रास्टक्चर ने ज्वाइंट वेंचर में योगीराज कंस्ट्रक्शन कंपनी व मनू कंस्ट्रक्शन कंपनी शामिल थी। तकनीकी बिड के बाद अब इनकी वित्तीय बिड खोली गई थी जिसमें भूमि इंफ्रास्टक्चर वाली ज्वाइंट वेंचर कंपनी के रेट कम पाए गए थे। नगर परिषद अधिकारियों के अनुसार इस एजेंसी ने टेंडर के मूल रेट से साढ़े 28 फीसद अधिक रेट पर काम करने के लिए बिड भरी थी, मगर नेगोसिएशन के बाद 24.50 फीसद अधिक रेट पर यह एजेंसी काम करने को तैयार हो गई थी। ऐसे में इस एजेंसी के टेंडर को शहरी स्थानीय निकाय विभाग ने स्वीकृति दे दी है और बृहस्पतिवार को नगर परिषद बहादुरगढ़ को भी पत्र जारी करके इसकी जानकारी मुहैया करा दी गई है। करीब 93.46 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन डाली जाएगी, फिलहाल शहर में है 239 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन
योजना के तहत शहर में सीवर व्यवस्था का डिजाइन वर्ष 2048 तक को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। टेंडर के अनुसार शहर में विभिन्न क्षमता के करीब 93.46 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन डालने का प्रावधान है। इसमें 4.76 किलोमीटर लंबी पुरानी पाइप लाइन भी बदलना शामिल है। फिलहाल शहर की करीब 335 किलोमीटर लंबी गलियों में 239 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन दबी हुई है। नई सीवर लाइन दबने से पूरे शहर में सीवर लाइन की लंबाई करीब 329 किलोमीटर तक पहुंच जाएगी। नई सीवर लाइन से 20 से ज्यादा कालोनियों के करीब 70 हजार लोगों को फायदा होगा। सीवर लाइन प्रोजेक्ट के तहत शहर में विभिन्न आकार के 2202 मैनहोल भी बनाए जाएंगे। कितने आकार की कितने मीटर दबाई जाएगी लाइन
पाइप लाइन क्षमता लंबाई
200 एमएम 77184
250 एमएम 5706
300 एमएम 4611
400 एमएम 1542
500 एमएम 465
600 एमएम 955
700 एमएम 177
800 एमएम 358
900 एमएम 1175
1200 एमएम 1285
कुल 93458 आकार अनुसार मैनहोल की संख्या
1000 एमएम 862
1200 एमएम 1070
1500 एमएम 238
1800 एमएम 32
कुल 2202
----------
अमरूत योजना के तहत सीवर व्यवस्था के टेंडर की स्वीकृति विभाग की ओर से दी गई है। बृहस्पतिवार देर शाम को इसका पत्र नगर परिषद को मिला है। बहुत जल्द ही शहर में सीवर लाइन दबाने का काम शुरू किया जाएगा। 24.50 फीसद अधिक रेट होने से अब यह काम 51.57 करोड़ से 15 माह में पूरा कराया जाएगा।
-शीला राठी, चेयरपर्सन नगर परिषद।