रेलवे प्लेटफार्म पर जल्दी के चक्कर में भूल जाते है नियम
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर अक्सर लोग जल्दी के चक्कर में निय
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर अक्सर लोग जल्दी के चक्कर में नियम भूल जाते है। प्लेटफार्म पर खींची गई पीली लाइन को पार नहीं करना, यह उन्हे याद नहीं रहता। यही अनदेखी कई बार जानलेवा हो जाती है। ट्रेन आ रही होती है और लोग बच्चों के साथ ही उसके इतने नजदीक पहुच जाते है कि मौत दस्तक दे जाती है।
मेट्रो स्टेशन का प्लेटफार्म हो या रेलवे स्टेशन का। उन पर प्लेटफार्म के किनारे से लेकर एक निर्धारित फासले पर पीली लाइन खींची जाती है। दरअसल, यह एक तरह से लक्ष्मण रेखा होती है जो लाघनी नहीं होती। इसको पार करके प्लेटफार्म पर खड़े होने का मतलब होता है सीधे-सीधे मौत को दावत देना। अक्सर लोगों को इसका भान नहीं होता। कई मामलों में जानबूझकर भी यात्री इसे अनदेखा करते है। फिर नतीजा वही होता है, जिसकी कल्पना कोई नहीं करता। इसलिए होती है पीली लाइन
प्लेटफार्म पर यह पीली लाइन इसलिए खींची जाती है ताकि यात्रियों को यह पता रहे कि प्लेटफार्म पर कहा खड़ा होना है। जब तक ट्रेन आकर रुक न जाए, तब तक इस पीली लाइन को पार करके खड़ा होने में जान का जोखिम रहता है। कई बार लोग प्लेटफार्म के किनारे खड़े होते है और ट्रेन की चपेट में आ जाते है। पीली लाइन से आगे खड़ा होने में ट्रेन आगमन के समय हवा के झोंके के साथ गिरने का भी खतरा रहता है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार अक्सर यात्री प्लेटफार्म पर मोबाइल पर बातें करते-करते प्लेटफार्म के बिल्कुल किनारे खड़े होते। जो जानलेवा है। मोबाइल पर बात करे, लेकिन यदि पीली लाइन के प्रति ध्यान रहेगा, तो इस तरह के हादसे से बचा जा सकता है। वर्जन..
प्लेटफार्म पर यह पीली लाइन इसलिए बनाई जाती है ताकि यात्री इससे आगे खड़े न हों। जब तक ट्रेन प्लेटफार्म पर आकर खड़ी न हो जाए, तब तक इससे आगे न बढ़ें।
--यशपाल सिंह, रेलवे स्टेशन अधीक्षक, बहादुरगढ़।