43 एमएम बारिश से कहीं राहत, कहीं आफत
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : क्षेत्र में शुक्रवार की रात झमाझम बारिश हुई। इसकी मात्र
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
क्षेत्र में शुक्रवार की रात झमाझम बारिश हुई। इसकी मात्रा 43 एमएम दर्ज की गई। इससे कहीं रात मिली, तो कहीं आफत खड़ी हो गई। कई जगह जलभराव हो गया। कृषि में ज्यादातर एरिया को फायदा मिला है, लेकिन जहा पहले से पानी भरा हुआ है, वहा पर इस बारिश ने समस्या और बढ़ा दी। उधर, क्षेत्र में चल रहे कई प्रोजेक्ट भी इस बारिश से प्रभावित हुए हैं।
बारिश के बाद तापमान में भी गिरावट आई है। शुक्रवार को भी दिन भर आसमान में बादल छाए रहे। इससे शहर में हलकी तो कुछ गावों में तेज बारिश भी हुई। यहां-यहां जलभराव से जूझे लोग
इस बारिश से शहर में कई जगह पानी खड़ा हो गया। कालोनियों और सेक्टरों से लेकर सार्वजनिक स्थल जलमग्न हो गए। नाले भी ओवर लो हो गए। अनेक घरों में पानी घुस गया। मामूली बरसात में ही जिन कालोनियो की गलिया में एक से डेढ़ फीट तक पानी भर जाता है, वहा पर इस भारी बरसात ने आफत खड़ी कर दी। महाबीर पार्क, लाइन पार, धर्मपुरा समेत कई कालोनियों में घरों में भी पानी घुस गया। बस स्टैड पर भी काफी हिस्से में पानी भर गया। मेट्रो स्टेशन के सर्विस रोड पर भी पानी भरा नजर आया। तापमान में आई गिरावट
इस बारिश के बाद तापमान में भी गिरावट आई है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री दर्ज किया गया था। जबकि शनिवार को इसका स्तर 27 डिग्री रहा। इस दिन तेज हवा का दौर भी चला। मौसम विशेषज्ञो का अनुमान है कि अलग दो-तीन दिन इसी तरह से मौसम में उठापटक जारी रह सकती है। गन्ना और धान उत्पादक किसान खुश
इस बरसात से क्षेत्र के गन्ना व धान उत्पादक किसान खुश है। इस तेज बारिश ने अगले काफी दिनों के लिए सिंचाई की जरूरत पूरी कर दी है। इससे किसानों को चैन मिला है, लेकिन दूसरी तरफ कुछ ऐसे हिस्से भी है, जहा पर ज्यादा पानी भरा हुआ है। वहा पर इस बारिश ने दिक्कत बढ़ा दी। क्षेत्र के गाव छुड़ानी के किसानों ने बताया कि उनके गाव के खेतों में पहले से ही डेढ़ से दो फीट तक पानी भरा है। इस बारिश से संकट और बढ़ गया। अब बढ़ेगा डेगू का खतरा
इस बार डेंगू-मलेरिया के केस ज्यादा नही आए है, लेकिन अब इस बारिश से खतरा बढ़ सकता है। इस बार अभी तक पूरे झज्जार जिले में डेगू के दो और मलेरिया के 39 मामले सामने आए है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि निगरानी की जा रही है। सर्वे चल रहा है। विगत में विभागीय स्तर पर जो काम हुआ, उसका नतीजा ही रहा कि डेगू-मलेरिया नहीं फैला। सर्दी का मौसम आने तक निगरानी जारी रहेगी। बारिश से ये प्रोजेक्ट हुए प्रभावित
इस बारिश से क्षेत्र में एक बार फिर केएमपी एक्सप्रेस हाइवे और रेलवे अंडर पास का काम प्रभावित हुआ है। केएमपी का कार्य तो इस साल के आखिर तक पूरा होने के आसार है। लगातार बारिश के चलते इसमें देरी हो रही है। आसौदा मोड़ के आसपास ही काफी कार्य बचा हुआ है। उधर, रेलवे अंडरपास का काम भी विगत में बारिश की वजह से प्रभावित हो चुका है। अब एक बार फिर से बारिश ने इसमें विघ्न डाला है। वर्जन..
जहा पर पहले से किन्हीं कारणों के चलते खेतों में ज्यादा पानी है, उस एरिया को छोड़कर बाकी जगह यह बारिश फसलों के लिए फायदेमंद रही है। मौसम इसी तरह मेहरबान रहा, तो बंपर उत्पादन की उम्मीद है।
--डा. सुनील कौशिक, एसडीओ, कृषि विभाग।