बहादुरगढ़ में 10 से ज्यादा सेक्टरों के प्लाटों की नहीं हो रही रजिस्ट्रियां, ग्रामीण क्षेत्र की मोर्टगेज में आ रही परेशानी
बहादुरगढ़ तहसील के अंतर्गत 10 से ज्यादा सेक्टरों की रजिस्ट्रियां नहीं हो रही हैं। इनमें हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण एचएसआइआइडीसी व प्राइवेट क्षेत्र के सेक्टर शामिल हैं। इन सेक्टरों के प्लाटों की प्रॉपर्टी आइडी न मिलने की वजह से ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट नहीं मिल रही है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : बहादुरगढ़ तहसील के अंतर्गत 10 से ज्यादा सेक्टरों की रजिस्ट्रियां नहीं हो रही हैं। इनमें हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, एचएसआइआइडीसी व प्राइवेट क्षेत्र के सेक्टर शामिल हैं। इन सेक्टरों के प्लाटों की प्रॉपर्टी आइडी न मिलने की वजह से ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट नहीं मिल रही है।
लोग प्रॉपर्टी आइडी लेने के लिए नगर परिषद कार्यालय में जाते हैं तो उन्हें जवाब मिलता है ये सेक्टर उनके क्षेत्र से बाहर है। उनके सिस्टम में भी यह क्षेत्र नहीं है। ऐसे में वे प्रॉपर्टी आइडी कैसे दे सकते हैं। सॉफ्टवेयर में खामियों का खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है। लोगों ने मकान बनाने के लिए लाखों रुपये के प्लाट खरीद रखे हैं। अधिकांश पेमेंट दी भी जा चुकी है। ऐसे में करार का समय बीत रहा है और लोगों को पैसा डूबने का खतरा बना हुआ है। लोग रजिस्ट्री कराने के लिए कभी तहसील कार्यालय तो कभी दूसरे सरकारी कार्यालयों में चक्कर काट रहे हैं, मगर उन्हें हर जगह से निराशा ही मिल रही है। उधर, तहसीलदार ने भी लोगों को आ रही इन परेशानियों को लेकर अपनी रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी है ताकि सॉफ्टवेयर की खामियों को दुरुस्त किया जा सके। यहां-यहां की रजिस्ट्रियों में आ रही परेशानी
-सेक्टर 10
- सेक्टर 11
- सेक्टर 13
- सेक्टर 16 एचएसआइआइडीसी
- सेक्टर 17 एचएसआइआइडीसी
सेक्टर 3 व 4 प्राइवेट कालोनी
- सेक्टर 14 ओमेक्स
- सेक्टर 15 ओमेक्स व केएलजे
- सेक्टर 28 प्राइवेट
- सेक्टर 37 अब तक हुई रजिस्ट्रियों का ब्योरा
तारीख रजिस्ट्रियों की संख्या
4 सितंबर 2
7 सितंबर 2
8 सितंबर 3
9 सितंबर 7
10 सितंबर 8
11 सितंबर 9
14 सितंबर 7
15 सितंबर 12
कुल 50
केस 1
नहीं मिल रही प्रॉपर्टी आइडी, 20 रजिस्ट्रियां लंबित
लाइनपार स्थित सेक्टर 28 में फोर्टेशिया रेजिडेंसी के कॉमर्शियल मैनेजर हरभजन सिंह ने बताया कि जबसे सरकार ने नया सॉफ्टवेयर लागू किया है, तबसे हमारी रेजिडेंसी की रजिस्ट्रियां नहीं हो रही हैं। प्लाट खरीदने वाले हम पर रजिस्ट्रियां कराने के लिए दबाव बना रहे हैं। लेकिन प्रॉपर्टी आइडी न मिलने की वजह से अप्वाइंटमेंट नहीं मिल पा रही है। नगर परिषद के चक्कर काटकर थक चुके हैं लेकिन कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिल रहा है। नप अधिकारियों का कहना है कि यह हमारे क्षेत्र से बाहर है। हमारे पास इस क्षेत्र का कोई डाटा नहीं है तो हम प्रॉपर्टी आइडी कैसे दें। 2010 के बाद पिछले साल जो सर्वे हुआ था, उसकी रिपोर्ट अभी आई नहीं है। ऐसे में प्रॉपर्टी आइडी न मिलने की वजह से कम से कम 20 रजिस्ट्रियां लंबित हैं। केस 2
रोहतक का मकान बेचकर खरीदा सेक्टर 13 में प्लाट, अब नहीं हो रही रजिस्ट्री
रोहतक के सुखपुरा चौक निवासी ऋषिपाल मलिक ने बताया कि वे नवोदय विद्यालय में टीचर हैं। बहादुरगढ़ के सेक्टर 13 में उन्होंने अपनी जमा पूंजी और रोहतक के एक मकान को बेचकर प्लाट खरीदा था। जुलाई माह में रजिस्ट्री की तैयारी थी। प्लाट की सारी पेमेंट कर चुका हूं। अब रजिस्ट्री करने की सोची तो प्लाट की प्रॉपर्टी आइडी नहीं मिल रही है। इस कारण ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट नहीं मिल रही। सब जगह धक्के खा चुका हूं लेकिन कहीं कोई मदद नहीं मिली। अब तो मैं काफी परेशान हो चुका हूं। डर सता रहा है कि कहीं पैसे न डूब जाएं।
केस 3
खेतीबाड़ी के लिए लेना था किसान क्रेडिट कार्ड, मगर नहीं हो रही मोर्टगेज
गांव खरहर निवासी किसान बीएस राठी ने बताया कि वह खेतीबाड़ी करता है। खेतीबाड़ी को बढ़ावा देने के लिए उसने अपने तीन एकड़ जमीन पर किसान क्रेडिट कार्ड लेना था ताकि कार्ड से मिलने वाली राशि को खेतीबाड़ी में प्रयोग कर सकूं। 22 जुलाई को टोकन भी था, मगर ऐन वक्त पर सरकार ने रजिस्ट्रियां बंद कर दी। अब रजिस्ट्रियां शुरू हुई तो फिर से कार्रवाई की गई लेकिन अब सॉफ्टवेयर में मोर्टगेज के लिए गांव का नाम ही नहीं दर्शाया जा रहा है। इस कारण उन्हें ऑनलाइन अप्वाइंटमेंट नहीं मिल रही है। नप से बाहर क्षेत्र के सेक्टरों की प्रॉपर्टी आइडी हम नहीं दे सकते। जो हमारे क्षेत्र में आते हैं उनकी आइडी दी जा रही हैं। जो सेक्टर जिस एरिया में है, वहीं विभाग प्रॉपर्टी आइडी देगा।
विवेक जैन, भवन निरीक्षक, नगर परिषद, बहादुरगढ़। सेक्टरों के साथ-साथ कई प्राइवेट कालोनियों की भी रजिस्ट्रियां नहीं हो रही हैं। यह मामला संज्ञान में आते ही विभागीय अधिकारियों को सूचित कर दिया है। आशा है कि जल्द ही यह समस्या हल हो जाएगी और इन क्षेत्रों की भी रजिस्ट्रियां होने लगेंगी।
कनब लाकड़ा, तहसीलदार, बहादुरगढ़।