88.68 लाख की धोखाधड़ी : नप के खाते से पैसे उड़ाने वाले शातिर की तलाश में छापेमारी, नहीं चढ़ा हत्थे
इस मामले में पुलिस ने काफी दिनों तक दिल्ली व बिहार में बैकों से रिकार्ड जुटाया। जिस रामआश्रय नाम के शख्स के खाते में फर्जी चैक से पैसे ट्रांसफर किए गए उसी की तलाश पुलिस को है। मगर वह हाथ नहीं आ रहा।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
नगर परिषद के प्रधानमंत्री आवास योजना के खाते से चेक क्लोनिग करके 88.68 लाख रुपये उड़ा लेने के मामले में रिकार्ड जुटाने के बाद पुलिस अब रामआश्रय नाम के शातिर की तलाश में जुटी है। उसके कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी की गई, मगर वह हाथ नहीं आया।
इस मामले में पुलिस ने काफी दिनों तक दिल्ली व बिहार में बैकों से रिकार्ड जुटाया। जिस रामआश्रय नाम के शख्स के खाते में फर्जी चैक से पैसे ट्रांसफर किए गए उसी की तलाश पुलिस को है। मगर वह हाथ नहीं आ रहा। फर्जी आइडी से खुलवा रखे थे सभी खाते
जितने भी बैंकों से इस ठगी के मामले का पुलिस को कनेक्शन मिला, वहां के खातों को चेक करवाया गया। सभी खातों में एक ही आइडी का इस्तेमाल किया गया था। वह भी फर्जी मिली थी। पुलिस ने बिहार में पूछताछ की, मगर ज्यादा कुछ हासिल नहीं हुआ। जहां पर चेक लगाए गए, वहां की सीसीटीवी फुटेज भी चेक की गई, मगर उसमें साफ तौर पर कुछ नजर नहीं आया। बाद में पुलिस द्वारा नगर परिषद के स्टाफ से भी पूछताछ की गई। चेक बुक और अन्य मामलों को लेकर पुलिस ने रिकार्ड जुटाने के बाद अब पूरा जोर शातिर की तलाश में लगाया हुआ है। जब वह हाथ आएगा, तभी पता चलेगा कि उसने ठगी का यह जाल कैसे बुना। इधर, नगर परिषद पहले ही इस ठगी के लिए बैंक की लापरवाही को जिम्मेदार ठहरा चुकी है। फर्जी चेक का इस्तेमाल करके रामआश्रय नाम के जिस शख्स के खाते में पैसे ट्रांसफर किए गए, वही मास्टर माइंड है। उसके एक-दो संभावित ठिकानों के बारे में जानकारी मिली थी। उन पर छापेमारी की गई, मगर वह हाथ नहीं आया।
सुनील कुमार, एसएचओ, शहर थाना बहादुरगढ़।