अति गंभीर श्रेणी में पहुंचा बहादुरगढ़ में प्रदूषण का स्तर, सुबह अधिकतम एक्यूआइ 500 माइक्रोग्राम किया गया दर्ज, दिनभर आंखों में हुआ जलन
- शुक्रवार को औसतन एक्यूआइ दर्ज किया गया 439 यह भी अति गंभीर स्थिति - करीब एक सप्ताह से प्रदूषण का स्तर बहादुरगढ़ में चल रहा काफी खराब
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
बहादुरगढ़ में शुक्रवार को प्रदूषण का स्तर अति गंभीर श्रेणी में पहुंच गया। दिनभर वातावरण में स्माग छाया रहा। इस कारण आंखों में जलन महसूस हुई। सांस लेने में भी दिक्कत हुई। प्रदूषण का यह स्तर काफी नुकसानदायक है। शुक्रवार सुबह के समय वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) अधिकतम 500 माइक्रोग्राम तक पहुंच गया। हालांकि दिनभर का औसत एक्यूआइ 439 माइक्रोग्राम दर्ज किया गया। बहादुरगढ़ में करीब एक सप्ताह से प्रदूषण का स्तर खराब स्थिति में चल रहा है। ऐसे में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के तहत कई तरह की बंदिशें पहले ही लगा रखी हैं। अब बोर्ड ने 20 विभागों को पत्र लिखकर भी कहा है कि कुछ दिन और प्रदूषण की स्थिति खराब रहेगी। ऐसे में सावधानी बरतें। सतत निगरानी जारी रखें। प्रदूषण पर अंकुश लगाने की दिशा में हरसंभव कदम जरूर उठाएं। जलन महसूस होने पर बार-बार आंखों में मारते रहे पानी, बाहर कम निकलें:
शुक्रवार को हुआ प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए बहुत नुकसानदेह बताया गया है। ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल के निदेशक डा. मनीष शर्मा का कहना है कि ऐसा मौसम सभी के लिए ठीक नहीं है, मगर छोटे बच्चों और दमा के रोगियों को इस प्रदूषण से हर हाल में बचकर रहना चाहिए। फेफड़े और हृदय रोगियों के स्वास्थ्य को ऐसी वायु से बहुत हानि होती है। गले में खराश, सांस लेने में दिक्कत और खांसी जुकाम की शिकायत हो जाती है। जलन महसूस होने पर आंखों में बार-बार पानी मारते रहें, ताकि आंखें तरोताजा महसूस करें। एक सप्ताह का औसत एक्यूआइ (माइक्रोग्राम में):
तारीख एक्यूआइ स्तर
6 नवंबर 388
7 नवंबर 383
8 नवंबर 338
9 नवंबर 342
10 नवंबर 314
11 नवंबर 385
12 नवंबर 439
वर्जन...
प्रदूषण का स्तर अति गंभीर स्थिति में पहुंच चुका है। यह स्थिति अभी कुछ दिन और रहेगी। हमने हाट मिक्स प्लांट, डीजल जनरेटर, ईंट भट्ठों के संचालन पर रोक लगा रखी है। संबंधित विभागों को सतत निगरानी रखनी होगी। डस्ट मैनेजमेंट के उपाय अपनाने होंगे। तभी प्रदूषण का स्तर कम होगा।
-दिनेश यादव, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, बहादुरगढ़। वर्जन...
प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए नगर परिषद की ओर से सभी संबंधित गतिविधियां की जा रही हैं। सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है। धूल ना उड़े, इसके लिए निर्माण गतिविधि रुकवाई जा रही हैं। खुले में कूड़ा जलाने वालों के चालान किए जा रहे हैं।
-संजय रोहिल्ला, कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद, बहादुरगढ़।