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प्रदूषण फिर बन सकता है परेशानी, एक्यूआइ पहुंचा 200 के पार

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By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Nov 2019 06:40 PM (IST)Updated: Thu, 21 Nov 2019 06:17 AM (IST)
प्रदूषण फिर बन सकता है परेशानी, एक्यूआइ पहुंचा 200 के पार
प्रदूषण फिर बन सकता है परेशानी, एक्यूआइ पहुंचा 200 के पार

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : बढ़ता प्रदूषण फिर से परेशानी बन सकता है। 48 घंटों में पीएम 2.5 का स्तर 100 माइक्रोग्राम तक बढ़ गया है। दो दिनों से हवा की गति मंद पड़ गई है। यह उसी का असर है। उधर, एनजीटी के आदेशों का बिल्डिग मेटेरियल की दरों पर असर पड़ा है। स्टोन क्रशर और हॉट मिक्स प्लांट बंद होने से मेटेरियल के दाम कई रुपये तक बढ़ गए हैं।

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सोमवार को एक्यूआइ में पीएम 2.5 का स्तर घटकर 115 माइक्रोग्राम तक आ गया था। मंगलवार को यह बढ़कर 144 पर पहुंचा और बुधवार को 214 माइक्रोग्राम दर्ज किया गया। हवा बंद होने से धुआं और धुंध से मिलकर स्मॉग की परत बन रही है। माना जा रहा है कि अगले एक-दो दिनों में ही एक्यूआइ में प्रदूषण की मात्रा और ज्यादा बढ़ सकती है। पहले जैसी परिस्थितियां होती हैं तो फिर से कोयला संचालित फैक्ट्रियों पर पाबंदी लग सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे हालातों में बाहर निकलते समय मास्क का इस्तेमाल करें। पाबंदी से बढ़े मेटेरियल के दाम :

एनसीआर में स्टोन क्रशर बंद हैं। ऐसे में दूर के क्रशर जोन से डस्ट की सप्लाई कम हो रही है। यह कहते हुए बिल्डिग मेटेरियल सप्लायरों ने डस्ट के रेटों में इजाफा कर दिया है। क्रशर व रोडी के दाम कुछ दिन पहले 30 से 32 रुपये प्रति वर्ग फीट फीट थे। अब उसमें चार से छह रुपये का उछाल आ गया है। इससे निर्माण कार्यों पर असर पड़ रहा है। डस्ट सप्लायर तर्क देते हैं कि क्रशर जोन से सप्लाई नहीं हो पा रही। स्टाक कम पड़ता जा रहा है। ऐसे में रेट बढ़ने स्वाभाविक हैं। उधर लोगों का तर्क है कि सप्लायरों के पास जो स्टॉक पहले से ही मौजूद है, उसके रेटों में मनमाने ढंग से बढ़ोतरी करना कहां तक जायज है। अनेक जगहों पर डस्ट को ढक कर भी नहीं रखा जा रहा है। ईट भट्ठों को कराया बंद:

प्रशासन की ओर से धारा 144 लगा दिए जाने के बाद भी बादली व बहादुरगढ़ क्षेत्र में 10-12 ईट भट्ठे चल रहे थे। बुधवार को प्रशासन को इनकी शिकायतें मिली तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, संबंधित डीएसपी व एसडीएम के प्रतिनिधियों ने मौके पर पहुंचकर सभी ईट भट्ठों को बंद करवा दिया। बराही गांव में भी एक भट्ठा चल रहा था, जो टीम के मौके पर पहुंचने से पहले ही बंद कर दिया गया। टीम में शामिल अधिकारियों ने चेतावनी दी कि अगर ईंट भट्ठे चलते हुए पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि एनजीटी ने 18 दिसंबर तक ईट भट्ठों को बंद करने के आदेश जारी किए हैं, जिसके चलते प्रशासन ने पूरे जिले में धारा 144 लगा दी है।


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