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अब घर-घर पहुंचाया जाएगा ऑक्सीजन सिलेंडर, होम डिलीवरी के लिए देने होंगे 50 व 100 रुपये

जिलाधीश जितेंद्र कुमार ने बताया कि सरकार के आदेशानुसार जिला डोर टू डोर ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल सेवा प्रारंभ हो गई है। ऑक्सीजन रिफिल व सिलेंडर की धरोहर राशि के रेट निर्धारित कर दिए गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 May 2021 07:10 AM (IST)Updated: Tue, 11 May 2021 07:10 AM (IST)
अब घर-घर पहुंचाया जाएगा ऑक्सीजन सिलेंडर, होम डिलीवरी के लिए देने होंगे 50 व 100 रुपये
अब घर-घर पहुंचाया जाएगा ऑक्सीजन सिलेंडर, होम डिलीवरी के लिए देने होंगे 50 व 100 रुपये

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:

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जिलाधीश जितेंद्र कुमार ने बताया कि सरकार के आदेशानुसार जिला डोर टू डोर ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल सेवा प्रारंभ हो गई है। ऑक्सीजन रिफिल व सिलेंडर की धरोहर राशि के रेट निर्धारित कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि डोर टू डोर ऑक्सीजन मुहैया करवाने की प्रक्रिया को पारदर्शी रखने के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया अपनाई गई है। ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल करवाने के लिए आवेदक को डब्लयूडब्लयूडब्लयू डॉट ऑक्सीजन एचआरवाई डॉट इन पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा।

जितेंद्र कुमार ने बताया कि डी टाइप के लिए सिलेंडर की रिफिल 250 रुपये तथा बी टाइप सिलेंडर की रिफिल के लिए 107 रुपये की धनराशि निर्धारित की गई है। अगर आवेदक अपने घर पर सिलेंडर मंगवाना चाहेगा तो उसके लिए वाहन का किराया भी अलग से देना होगा। वाहन का किराया डी टाइप सिलेंडर के लिए 100 रुपये तथा बी टाइप सिलेंडर के लिए 50 रुपये तय किए गए हैं। जिलाधीश ने बताया कि जिला में मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है।

जिलाधीश ने बताया कि अगर मरीज के पास अपना खाली सिलेंडर नहीं होने पर प्रशासन की ओर से धरोहर राशि जमा करवाकर ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया करवाने की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए डी टाइप के लिए सिलेंडर के लिए धरोहर राशि दस हजार तथा बी टाइप के सिलेंडर के लिए धरोहर राशि पांच हजार रुपये निर्धारित की गई है। धरोहर राशि जिला रेडक्रॉस के पास जमा करवानी होगी। मरीज ठीक होने पर तत्काल सिलेंडर वापस करना होगा। सिलेंडर वापसी पर धरोहर राशि आवेदक को लौटा दी जाएगी। ऑक्सीजन रिफिल के नोडल अधिकारी रमित यादव ने बताया कि ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल करवाने के लिए आवेदक को डब्लयूडब्लयूडब्लयू डॉट ऑक्सीजन एचआरवाई डॉट इन पर क्लिक करना होगा। साइट पर मरीज का नाम, उम्र, मरीज का आधार कार्ड नंबर, पता जहां सिलेंडर डिलिवर होना है, जिला, सिलेंडर साइज, मरीज का एसपीओ-2 लेवल, ऑक्सीमीटर से ऑक्सीजन लेवल दर्शाते हुए फोटो या डाक्टरी परामर्श आदि वर्णन भरना होगा। इसके बाद प्रशासन की टीम होम आइसोलेशन वाले मरीज के पास जाएगी। वह जांच करके अगर मरीज को ऑक्सीजन की जरूरत होगी तो तुरंत उसे गैस मुहैया करवाई जाएगी। इसके लिए प्रशासन ने डॉक्टरों, आशा वर्कर व प्रशासनिक अधिकारियों के नेतृत्व में 11 टीमों गठन किया है। बहादुरगढ़ गैस प्लांट में पहुंची 6.7 एमटी गैस की सप्लाई आधुनिक औद्योगिक क्षेत्र स्थित बहादुरगढ़ गैस प्लांट को भी प्रशासन ने चालू कर दिया है। यहां पर 6.7 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई की गई है। यहां से प्रशासन ऑक्सीजन के गैस सिलेंडर रिफिल करके होम आइसोलेशन वालों को घर-घर तक पहुंचाएगा। इसके लिए छोटे व बड़े ऑक्सीजन सिलेंडर ढूंढे जा रहे हैं। फैक्ट्रियों में एसडीएम हितेंद्र कुमार के नेतृत्व में छापामार कार्रवाई की जा रही है। प्रशासन को कम से कम 500 सिलेंडर चाहिए लेकिन फिलहाल 50 से ज्यादा सिलेंडर ही प्रशासन के छापे के दौरान फैक्ट्रियों से मिले हैं।


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