अब कई वार्डों में नेताओं को चुनाव मैदान में उतारनी पड़ेंगी महिलाएं, वहीं कुछ पार्षद पत्नियों की जगह आजमाएंगे खुद की किस्मत
- तदर्थ कमेटी के सदस्यों की देखरेख में शहरी स्थानीय निकाय निदेशालय कार्यालय में हुआ ड्रा आफ लाट
- तदर्थ कमेटी के सदस्यों की देखरेख में शहरी स्थानीय निकाय निदेशालय कार्यालय में हुआ ड्रा ऑफ लाट, महिला वार्डों के रोटेशन को लेकर हुआ फैसला फोटो-31: जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
शहरी स्थानीय निकाय निदेशालय के पंचकुला स्थित कार्यालय में हुई तदर्थ कमेटी की बैठक में नगर परिषद के वार्डों में महिला वार्डों के रोटेशन व एससी वार्डों के आरक्षण को लेकर ड्रा ऑफ लाट किया गया। तदर्थ कमेटी के सरकारी व गैर सरकारी सदस्यों की देखरेख में यह ड्रा हुआ। इसमें महिला के लिए आरक्षित वार्डों का फैसला ड्रा के माध्यम से किया गया। मौजूदा कई वार्ड जो पहले महिला के लिए आरक्षित थे वो अब सामान्य हो गए हैं, वहीं कुछ वार्ड सामान्य से महिला के लिए आरक्षित हो गए हैं। दो वार्ड एससी कोटे के भी हैं जो महिला के लिए आरक्षण के कारण फेरबदल हुआ है। बहादुगरढ़ नगर परिषद में 31 वार्डों में 15 वार्ड सामान्य, 9 सामान्य वर्ग महिला, दो एससी महिला, तीन एससी सामान्य, दो बीसी वर्ग सामान्य के लिए आरक्षित हैं। ड्रा ऑफ लाट होने से कई मौजूदा पार्षदों को अब अपने स्थान पर महिला को चुनाव मैदान में उतारना पड़ेगा या फिर किसी दूसरे वार्ड में अपने लिए जमीन तलाशनी पड़ेगी। इनमें मुख्य रूप से पार्षद जसबीर सैनी को अपने स्थान पर अपनी पत्नी को चुनाव मैदान में उतारना पड़ेगा। उनकी पत्नी सरिता सैनी पहले भी चुनाव लड़ चुकी हैं, मगर हार गई थीं और अब भी काफी समय से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं। इसके अलावा वार्ड 16 से पार्षद गुरदेव राठी को भी राजनीति में बने रहने के लिए परिवार से किसी महिला को चुनाव लड़वाना पड़ेगा। पूर्व चेयरमैन एवं मौजूदा पार्षद रवि खत्री को भी इस वार्ड से महिला को ही चुनाव लड़वाना पड़ेगा या फिर खुद के लिए या तो चेयरमैन का चुनाव लड़ना पड़ेगा या किसी दूसरे वार्ड से पार्षद का चुनाव लड़ना पड़ेगा।
इसके अलावा इस ड्रा ने कई महिला पार्षदों के पतियों को चुनाव में अपने क्षेत्र से खुद की किस्मत आजमाने का मौका दिया है। ऐसे लोगों को अपने नाम के आगे पार्षद पति या प्रतिनिधि की बजाय खुद पार्षद कहलवाने का मौका मिल गया है। इनमें वार्ड 11 से कुसुम शर्मा के पति अशोक शर्मा, वार्ड 13 से सीमा राठी के पति वजीर राठी, वार्ड 6 से दीपा रानी के पति राजेश तंवर, वार्ड 17 से रमिता के पति सुरेंद्र चुघ, वार्ड 19 से कविता के पति राजेश, वार्ड 22 से कांता के पति राजेश खत्री, वार्ड 24 से पार्षद रेखा वत्स के पति धर्मेंद्र वत्स, वार्ड 27 से अनीता के पति प्रवीण, वार्ड 29 से मोनिका के पति गजानंद गर्ग शामिल हैं। इन पार्षद प्रतिनिधियों को अपने नाम के आगे पार्षद लिखवाने के लिए चुनाव लड़ने का मौका इस ड्रा के माध्यम से मिल गया है। अब ये चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा सकते हैं। मगर इनमें से कुछ नेता तो सीधे चेयरमैन का चुनाव लड़ने की भी तैयारियों में जुटे हुए हैं। ये वार्ड हुए महिला के लिए आरक्षित:
वार्ड दो व 31 अब एससी महिला के लिए आरक्षित हो गए हैं। वहीं वार्ड पांच, 10, 12, 14, 15, 16, 23, 28 व 30 सामान्य वर्ग की महिला के लिए आरक्षित हुए हैं। इसके अलावा एससी महिला के लिए पहले आरक्षित वार्ड छह और तीन अब एससी सामान्य हो गए हैं। वार्ड 20 व 25 बीसी वर्ग के लिए सामान्य ही हैं। वार्ड 9, 11, 17, 19, 27 व 29 भी सामान्य वर्ग की महिला के स्थान पर सामान्य वर्ग के लिए ओपन हो गए हैं। वार्डों की ये रहेगी अब स्थिति:
वार्ड संख्या किस वर्ग के लिए
1 एससी सामान्य
2 एससी महिला
3 एससी सामान्य
4 सामान्य वर्ग
5 सामान्य वर्ग महिला
6 एससी सामान्य
7 सामान्य वर्ग
8 सामान्य वर्ग
9 सामान्य वर्ग
10 सामान्य वर्ग महिला
11 सामान्य वर्ग
12 सामान्य वर्ग महिला
13 सामान्य वर्ग
14 सामान्य वर्ग महिला
15 सामान्य वर्ग महिला
16 सामान्य वर्ग महिला
17 सामान्य वर्ग
18 सामान्य वर्ग
19 सामान्य वर्ग
20 बीसी वर्ग सामान्य
21 सामान्य वर्ग
22 सामान्य वर्ग
23 सामान्य वर्ग महिला
24 सामान्य वर्ग
25 बीसी वर्ग सामान्य
26 सामान्य वर्ग
27 सामान्य वर्ग
28 सामान्य वर्ग महिला
29 सामान्य वर्ग
30 सामान्य वर्ग महिला
31 एससी महिला वर्जन..
तदर्थ कमेटी की बैठक विभाग मुख्यालय में हुई थी। इसमें ड्रा ऑफ लाट से महिला वार्डों के रोटेशन की गई है। पूरी प्रक्रिया पारदर्शी थी। इसमें पांच गैर सरकारी सदस्यों के रूप में पार्षदों ने भी भाग लिया।
-अतर सिंह, कार्यकारी अधिकारी, नगर परिषद, बहादुरगढ़।