आंदोलन स्थल पर मनी रविदास जयंती, चंद्रशेखर आजाद को किया नमन
वहीं बलिदान दिवस पर चंद्रशेखर आजाद को नमन किया गया।
वहीं बलिदान दिवस पर चंद्रशेखर आजाद को नमन किया गया। फोटो-6: जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
तीन कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन का शनिवार को 94वां दिन बीता। इस बीच यहां पर रविदास जयंती मनाई गई। वहीं बलिदान दिवस पर चंद्रशेखर आजाद को नमन किया गया। उधर, संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से रविवार को बैठक कर अगली रणनीति का एलान किया जा सकता है। अब इसी पर नजर टिकी हुई है कि संयुक्त मोर्चा क्या फैसला लेता है। अभी तक तीन घंटे का सड़कों का चक्का जाम, चार घंटे का रेलवे ट्रैक जाम हो चुका है। दिल्ली के मुख्य रास्तों के बॉर्डर बंद हैं। प्रदेश के सभी टोल फ्री किए गए हैं। वहां पर धरने चल रहे हैं। आंदोलन के पहले दिन से लेकर अब तक कई तरह की गतिविधियां हो चुकी हैं। आंदोलन पर दिखने लगा है गर्मी का असर :
तीन महीने से ज्यादा समय से जारी आंदोलन पर अब मौसम का असर दिखने लगा है। भीड़ अब धूप से निकलकर छांव की तरफ सिकुड़ने लगी है। सभा स्थल पर भी धूप असहनीय होने के बाद मेट्रो के ऐलीवेटिड ट्रैक की छांव में ही किसान बैठते हैं। यहां पर अब किसान मोर्चा की ओर से टेंट लगाने की तैयारी की जा रही है। किसान नेता प्रगट सिंह ने बताया कि जल्द ही यहां पर पंडाल को कवर किया जाएगा। ताकि धूप परेशान न करे। आंदोलन चाहे जितना लंबा चले, मगर किसान अपनी मांग पूरी हुए बिना वापस नहीं जाएंगे। पहले दिन किसानों की जो मांग भी, आज भी वही है। फसल के सीजन का बढ़ेगा दबाव :
आंदोलन में सड़क पर ट्रैक्टर-ट्राली लेकर बैठे किसानों पर अब फसल के सीजन का दबाव बढ़ेगा। खेतों से फसल निकालकर मंडियों और घरों तक पहुंचाने में ट्रैक्टर-ट्रालियों की ही जरूरत पड़ेगी। इसी को देखते हुए आंदोलनरत किसान अब टीकरी बॉर्डर पर तंबू लगा रहे हैं।