सड़कों पर उड़ती धूल से बढ़ रहा स्मॉग, नहीं मिल रही राहत
शहर में सड़कों पर उड़ती धूल और कूड़ा जलाने की घटनाओं से स्मॉग से राहत नहीं मिल पा रही है। प्रदूषण के आंकड़ों पर गौर करें तो एक सप्ताह बाद रविवार को कुछ यह स्तर कुछ जरूर हुआ लेकिन आंखों में जलन व सांस लेने में दिक्कत बरकरार रही।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शहर में सड़कों पर उड़ती धूल और कूड़ा जलाने की घटनाओं से स्मॉग से राहत नहीं मिल पा रही है। प्रदूषण के आंकड़ों पर गौर करें तो एक सप्ताह बाद रविवार को कुछ यह स्तर कुछ जरूर हुआ लेकिन आंखों में जलन व सांस लेने में दिक्कत बरकरार रही।
रविवार को प्रदूषण का स्तर सुबह साढ़े 300 के आसपास था, जो दोपहर को 378 और शाम को 400 के करीब पहुंच गया। पीएम 2.5 का स्तर शनिवार रात को तो एक बार 500 माइक्रोग्राम तक भी पहुंच गया। प्रदूषण के ये आंकड़े भयावह होते जा रहे हैं। मगर प्रशासन की ओर से प्रदूषण को कम करने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। वर्ष 2018 व 2019 में जब इतना प्रदूषण गया था तो फैक्ट्रियों को बंद कर दिया था। निर्माण कार्य बंद कर दिए गए थे। सड़कों पर पानी का छिड़काव हर रोज किया जाने लगा था, मगर इस बार ऐसी एक भी कार्रवाई नहीं हो रही है। ऐसे में प्रदूषण की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा। यह रही पीएम 2.5 की स्थिति:
दोपहर:
कम औसत ज्यादा
231 378 500
शाम:
328 395 500
यह रही पीएम 10 की स्थिति:
दोपहर:
कम औसत ज्यादा
146 269 414
शाम:
196 284 414 बाईपास किनारे डस्ट के कई स्टॉक, खुले में पड़ी रहती है निर्माण सामग्री
शहर के सेक्टर नौ बाईपास किनारे डस्ट के काफी संख्या में स्टॉक हैं। यहां पर खुले में निर्माण सामग्री पड़ी रहती है। इस निर्माण सामग्री से धूल रह-रहकर उड़ती रहती है। नगर परिषद के साथ-साथ अन्य विभागों की ओर से इन स्टॉकिस्टों पर कोई कार्रवाई नहीं की है। यहां की धूल से भी प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। प्रदूषण को रोकने के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। शहर में जहां-जहां प्रदूषण को लेकर कोई शिकायत आती है तो इसको लेकर संबंधित विभाग को हिदायत जारी कर दी जाती हैं। उनसे कार्रवाई भी करवाई जा रही है। फिलहाल मौसम के कारण भी प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। अगर बारिश व तेज हवा चलेगी तो प्रदूषण का स्तर कम हो जाएगा।
संदीप सिंह, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, बहादुरगढ़।