परमात्मा की प्राप्ति करनी है तो गुरुओं की शरण में आना पड़ेगा: साध्वी रेखा
आश्रम के प्रवेश द्वार पर सभी श्रद्धालुओं के हाथ सैनिटाइज कराए गए व आश्रम की तरफ से मास्क उपलब्ध करवाए गए।
आश्रम के प्रवेश द्वार पर सभी श्रद्धालुओं के हाथ सैनिटाइज कराए गए व आश्रम की तरफ से मास्क उपलब्ध कराए गए। फोटो- 17: जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
शहर के नाहरा-नाहरी रोड स्थित आश्रम में सत्संग का आयोजन किया गया। सत्संग में पहुंचे श्रद्धालुओं को साध्वी रेखा ने गुरु की महिमा से अवगत कराया। आश्रम के प्रवेश द्वार पर सभी श्रद्धालुओं के हाथ सैनिटाइज कराए गए व आश्रम की तरफ से मास्क उपलब्ध कराए गए। श्रद्धालुओं पर ज्ञान गंगा की अमृत वर्षा करते हुए साध्वी रेखा बहन ने बताया कि जिस व्यक्ति को परमात्मा की प्राप्ति करनी है, उसे महापुरुषों के सानिध्य में आना होगा। इसके साथ-साथ राग द्वेष व मोह माया से ऊपर उठना होगा। जो व्यक्ति मोह माया में फंस जाता है उसे कभी भी परमात्मा की प्राप्ति नहीं हो सकती। साध्वी रेखा बहन ने प्रवचन करते हुए कहा कि मनुष्य के अंदर अनंत शक्ति मौजूद है, परंतु वह दुनिया के सुख को पाने में इतना लीन हो जाता है कि उसे कुछ दिखाई नहीं देता। यही कारण है कि मनुष्य अपने पथ से भटक जाता है। अगर मनुष्य को मुक्ति प्राप्त करनी है तो गुरुओं की शरण में आना पड़ेगा और जब तक वह गुरु धारण नहीं करता, तब तक उसे मुक्ति का मार्ग नहीं मिल सकता। उन्होंने कहा कि आस्था की धूनी पर कर्म के साथ किया गया तप ही जीवन में नया रंग भर सकता है। आस्था से ही सभी की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। जब तक व्यक्ति भगवान में आस्था नहीं रखता, तब तक वह अंधकार में भटकता रहता है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मनुष्य को बुरे कर्म छोड़ कर अच्छे कार्य करने चाहिए, ताकि उसका यश चारों दिशाओं में फैल सके। सत्संग में आश्रम की श्री योग वेदांत सेवा समिति के प्रवक्ता नवीन मल्होत्रा, सेवादार राकेश, डिम्पी, मालपानी, यशपाल, मनोज, सुरेश गुप्ता, आभा, पूनम, कृष्णा, बबली, मनू, प्रवीन, महेश मलिक, अंकुर, श्रवण, नवनीत, हरिनाथ, सरजू, महादेव, वीरेंद्र दहिया, प्रेम सागर, मनोज पांडेय, सोमांशु आदि मौजूद थे।