विकास कार्याें की फाइलें ठेकेदारों के हाथों में दिखी तो जेई होंगे जिम्मेदार, एमई ने दी चेतावनी, होगी कड़ी कार्रवाई
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- डीएमसी के आदेश के 20 दिन बाद एमई ने जारी किया नोटिस, सभी ब्रांचों के बाहर चस्पाया - नोटिस में साफ तौर पर दिए गए आदेश, जेई ही नहीं ठेकेदार पर भी होगी नियमानुसार कार्रवाई, एमई के नोटिस के बाद जेई व ठेकेदारों में खलबली फोटो-2:
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
शहर में होने वाले विकास कार्यों की पेमेंट निकलवाने के लिए ठेकेदार अब सरकारी फाइलों को उठाकर नगर परिषद कार्यालय में घूमते हुए दिखाई नहीं देंगे। अगर ऐसा होता है तो संबंधित जेई व ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डीएमसी आशिमा सांगवान के आदेश के 20 दिन बाद आखिरकार एमई अमन राठी ने नोटिस जारी कर जेई को कड़ी चेतावनी जारी की है। नोटिस की प्रतियां नप कार्यालय में सभी ब्रांचों के कमरों के बाहर भी चस्पा कर दी गई हैं। नोटिस में साफ तौर पर कार्य के प्रति सचेत रहने के आदेश दिए गए हैं। नोटिस जारी किए जाने से ठेकेदारों व जेई में खलबली मची हुई है। ठेकेदारों का मानना है कि वे खुद अपने स्तर पर फाइल को मूवमेंट कराते थे तो तब भी उनके द्वारा किए गए कार्याें की पेमेंट होने में कई-कई महीने लग जाते हैं। अगर ये कार्य खुद सरकारी कर्मचारी करेंगे तो उनके कार्याें की पेमेंट में देरी होगी। ऐसे में विकास कार्याें पर भी प्रभाव पड़ सकता है। एमई के इस नोटिस से नप कार्यालय में कितना असर पड़ता है ये तो अब समय ही बताएगा, मगर कुछ ठेकेदारों पर इसका असर पहले दिन से ही पड़ना शुरू हो गया है। गौरतलब है कि पांच नवंबर को डीएमसी आशिमा सांगवान ने नप कार्यालय का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान उनके सामने बात आई थी कि ठेकेदार फाइलें लेकर घूमते रहते हैं। ऐसे में डीएमसी ने व्यवस्था सुधारने के आदेश नप अधिकारियों को दिए थे, जिसके चलते ये नोटिस जारी किया गया है।
जेई रखेंगे फाइल, बिल बनाने के बाद एमई को पेश करेंगे:
नोटिस में साफ तौर पर कहा गया है कि विकास कार्याें की फाइलें जेई अपने अधिकार में रखेंगे। किसी भी ठेकेदार व एजेंसी की फाइल बिल बनाने के बाद भी जेई स्वयं एमई के सामने पेश करेंगे। अगर किसी जेई की ओर से विकास कार्याें की फाइल ठेकेदार को दी गई तो ठेकेदार व संबंधित जेई के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। वर्जन...
ठेकेदार विकास कार्याें की फाइलें लेकर घूमते रहते हैं। ये सरकारी फाइलें हैं। निजी हाथों में जाने से कार्यालय का कामकाज प्रभावित होता है। इसलिए नोटिस जारी कर जेई को सचेत किया गया है कि वे ठेकेदारों को विकास कार्याें से संबंधित फाइलें न दें। भविष्य में किसी जेई की ओर से ठेकेदार को फाइल दी गई तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
-अमन राठी, एमई, नगर परिषद, बहादुरगढ़।