गोमाता की सेवा से पूरी होती है हर मनोकामना
शुकवार को गोधन सेवा समिति की ओर से गांव जाखौदा के निर्माणाधीन गो एवं वन्य जीव उपचार केंद्र में गोपाष्टमी धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर सबसे पहले हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। हवन यज्ञ को विधिवत रूप से पंडित अमित मिश्रा ने संपन्न करवाया। हवन यज्ञ में यजमान के रूप में समिति के वरिष्ठ सदस्य व सेक्टर-2 के प्रधान सुनील छिल्लर उपस्थित रहे। हवन यज्ञ
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
शुक्रवार को गोधन सेवा समिति की ओर से गांव जाखौदा के निर्माणाधीन गो एवं वन्य जीवउपचार केंद्र में गोपाष्टमी धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर सबसे पहले हवन का आयोजन किया गया। हवन को विधिवत रूप से पंडित अमित मिश्रा ने संपन्न करवाया। हवन में यजमान के रूप में समिति के वरिष्ठ सदस्य व सेक्टर-2 के प्रधान सुनील छिल्लर उपस्थित रहे। हवन के बाद पूजन किया गया।
इस अवसर पर पंडित अमित मिश्रा ने बताया कि कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को गोपाष्टमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्री कृष्ण ने गो चारण लीला शुरू की थी। इसी दिन बाल कृष्ण व बलराम ने गाय चराना शुरू किया था। ऐसी मान्यता है कि गोपाष्टमी के दिन गो सेवा करने वाले व्यक्ति के जीवन में कभी कोई संकट नहीं आता। जिस प्रकार एक मां अपनी संतान को हर सुख देना चाहती है, उसी प्रकार गो माता भी सेवा करने वाले जातकों को अपने कोमल ह्रदय में स्थान देती है और उनकी हर मनोकामना पूरी करती है। गाय माता का दूध, घी, दही, छाछ और यहां तक की गोमूत्र भी स्वास्थ्यवर्धक होता है। यह पर्व हमें याद दिलाता है कि हम गो माता के ऋणी हैं और हमें उनका सम्मान करना चाहिए और सेवा करनी चाहिए। गोसेवक सुनील छिल्लर बराही ने कहा कि हर घर में गाय पाल कर ही हम गोवंश को बचा सकते हैं। गाय की सेवा से बड़ी कोई सेवा नहीं है।
इस अवसर पर रमेश राठी, संदीप आर्य, सुशील राठी, सुदामा तायल, राजेंद्र जांगड़ा, अमित आर्य, सुनील छिल्लर, विनोद कुमार, नीतिश गौड़, कृष्ण चावला, अमित मिश्रा भी उपस्थित रहे।