घरों में आ रहा है मिट्टी युक्त पानी, व्यर्थ बहाने को मजबूर हैं लोग
इन दिनों शहर के कई हिस्सों में पीने के पानी की समस्या बनी हुई है। दिक्कत यह नहीं है कि पानी नहीं मिल रहा बल्कि जो मिल रहा है वह पीने लायक नहीं है। नतीजा यह होता है कि लोगों को यह पानी मजबूरी में व्यर्थ बहाना पड़ता है। सेक्टरों तक में ये हालात बने हुए हैं। शिकायतों के बावजूद समाधान नहीं हो रहा है। जब से बारिश का मौसम शुरू हुआ है तब से शहर के विभिन्न हिस्सों में मिट्टी युक्त पानी आ रहा है। इसमें किसी तरह की गंध तो नहीं है मगर इसका रंग देखने के बाद लोगों का मन यह पानी पीने के लिए मानता ही नहीं। अकेले जन स्वास्थ्य विभाग में नहीं बल्कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के वाटर वर्क्स से भी ऐसा ही पानी सेक्टरों के घरों में पहुंच रहा है। इससे लोग परेशान हैं। मजबूरी में
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
इन दिनों शहर के कई हिस्सों में पीने के पानी की समस्या बनी हुई है। दिक्कत यह नहीं है कि पानी नहीं मिल रहा, बल्कि जो मिल रहा है, वह पीने लायक नहीं है। नतीजा यह होता है कि लोगों को यह पानी मजबूरी में व्यर्थ बहाना पड़ता है। सेक्टरों तक में ये हालात बने हुए हैं। शिकायतों के बावजूद समाधान नहीं हो रहा है।
जब से बारिश का मौसम शुरू हुआ है, तब से शहर के विभिन्न हिस्सों में मिट्टी युक्त पानी आ रहा है। इसमें किसी तरह की गंध तो नहीं है, मगर इसका रंग देखने के बाद लोगों का मन यह पानी पीने के लिए मानता ही नहीं। अकेले जन स्वास्थ्य विभाग में नहीं बल्कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के वाटर वर्क्स से भी ऐसा ही पानी सेक्टरों के घरों में पहुंच रहा है। इससे लोग परेशान हैं। मजबूरी में लोगों को नल से आए ज्यादातर पानी को व्यर्थ बहाना पड़ता है। सेक्टर-6 निवासी तेजपाल दलाल ने बताया कि फिलहाल तो एक महीने से सरकारी सप्लाई में जो पानी आता है, वह सिर्फ कपड़े धोने या फर्श साफ करने में ही प्रयोग हो रहा है। इसको पीने या खाना बनाने में प्रयोग करना संभव नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा बिना फिल्टर किए ही पानी की सप्लाई दी जा रही है। मीटर में तो इस पानी का बिल निकलेगा, मगर यह पीने लायक नहीं, इस पर संबंधित विभाग का ध्यान ही नहीं है। वहीं लाइनपार निवासी रणबीर सिंह ने बताया कई दिनों से यहां मिट्टी युक्त पानी आ रहा है। यह पीने लायक नहीं है। शिकायतों के बावजूद भी समाधान नहीं हो रहा है। जब पानी पीने लायक ही नहीं तो उसकी सप्लाई का क्या फायदा।
जहां से पेयजल को लेकर शिकायत मिल रही है, वहीं पर समाधान किया जा रहा है। इन दिनों पानी का रंग तो जरूर अन्य दिनों के मुकाबले पीलेपन पर है, मगर यह दूषित नहीं है। जैसा पानी आ रहा है, उसको अच्छी तरह साफ करके सप्लाई दी जा रही है।
--दलबीर सिंह, जेई, जन स्वास्थ्य विभाग