फल विक्रेताओं ने सब्जी मंडी के गेट पर शुरू किया धरना, नहीं लगाई रेहड़ी
इनका विरोध इस बात को लेकर है कि कमेटी द्वारा बेवजह उन्हें बाहर निकाला जा रहा है। कमेटी उनसे हर माह तीन हजार रुपये फीस वसूलना चाहती है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
मार्केट कमेटी की ओर से एक दिन पहले की गई कार्रवाई के बाद रेहड़ी फल विक्रेताओं ने सब्जी मंडी के गेट पर धरना शुरू कर दिया है। इनका विरोध इस बात को लेकर है कि कमेटी द्वारा बेवजह उन्हें बाहर निकाला जा रहा है। कमेटी उनसे हर माह तीन हजार रुपये फीस वसूलना चाहती है। इतनी भारी भरकम फीस वे नहीं दे सकते। धरने पर 100 से ज्यादा रेहड़ी फल विक्रेता बैठे हुए हैं। इनमें शामिल सुनील कुमार, राजेंद्र, वीरु कश्यप, मनीष, कृष्ण ने बताया कि वे तो रेहड़ी लगाकर अपना गुजर-बसर कर रहे हैं। उनके कारण किसी को कोई परेशानी नहीं हो रही है, लेकिन मार्केट कमेटी उनसे भारी भरकम फीस वसूली पर आमादा है। कभी उन्हें मंडी से बाहर खदेड़ दिया जाता है तो कभी चालान काट दिया जाता है। वे महीने में 500 रुपये फीस तो अदा कर सकते हैं, लेकिन इसकी एवज में उन्हें मुकम्मल जगह भी दी जाए। हाल ही में सब्जी विक्रेताओं की ओर से सीएम विडो पर जो शिकायत दी गई थी, वह उनके खिलाफ थी जो मंडी में अवैध रूप से सब्जी की दुकान लगाते हैं, लेकिन मार्केट कमेटी द्वारा कार्रवाई फल विक्रेताओं पर की गई। इधर, मार्केट कमेटी के अधिकारियों का कहना है कि फीस निर्धारण का तो अभी कोई जिक्र ही नहीं है। इसलिए रेहड़ी वालों द्वारा तीन हजार रुपये फीस की बात तो पूरी तरह झूठ है। जब सरकार की ओर से लिखित आदेश दिए जाएं तभी फीस ली जा सकती है। फिलहाल तो सभी रेहड़ी फल विक्रेता मंडी में अवैध रूप से ही खड़े होते हैं। ये अतिक्रमण भी करते हैं और कूड़ा भी फैलाते हैं। मंडी में रेहड़ी लगाना अवैध है। जाहिर है कि जब ये मंडी में परेशानी बनेंगे तो इनका या तो चालान होगा या फिर इनको बाहर निकाला जाएगा। वर्जन..
रेहड़ी फल विक्रेताओं का सब्जी मंडी के अंदर खड़े होना अवैध है। ऊपर से इनके कारण मंडी के अंदर परेशानी होती है। मंडी के अंदर किसी को भी अवैध रूप से दुकान या रेहड़ी लगाने का हक नहीं है।
-अनिल कुमार, सुपरवाइजर, मार्केट कमेटी, बहादुरगढ़