दो माह में बनकर तैयार हो जाएगा रेलवे फुटओवर ब्रिज, ट्रैक पार करने का जोखिम होगा दूर
रेलवे स्टेशन पर फुटओवर ब्रिज का निर्माण अब दो माह में पूरा हो जाएगा। बीच में इसका कार्य चार माह तक बंद रहा। हालांकि निर्माण कार्य अभी भी धीमा है। इसीलिए दो माह और लगेंगे। जुलाई 2019 में निर्माण शुरू हुआ था। इसके बनने से लाइन पार क्षेत्र के लोगों को बड़ा फायदा होगा।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : रेलवे स्टेशन पर फुटओवर ब्रिज का निर्माण अब दो माह में पूरा हो जाएगा। बीच में इसका कार्य चार माह तक बंद रहा। हालांकि निर्माण कार्य अभी भी धीमा है। इसीलिए दो माह और लगेंगे। जुलाई 2019 में निर्माण शुरू हुआ था। इसके बनने से लाइन पार क्षेत्र के लोगों को बड़ा फायदा होगा।
वैसे तो रेलवे स्टेशन पर पहले से दो फुटओवर ब्रिज हैं, मगर एक तो केवल प्लेटफार्मों तक सीमित है, जबकि दूसरे से स्टेशन पर जाने का रास्ता ही नहीं है। ऐसे में अब यह तीसरा फुटओवर ब्रिज बन रहा है। यह लाइन पार क्षेत्र को रेलवे स्टेशन से जोड़ेगा। इससे प्लेटफार्मों के साथ-साथ लाइन पार क्षेत्र से भी आना-जाना आसान हो जाएगा। लंबे समय से इसकी मांग चल रही थी। पहले डिजाइन बदलने से हुई थी देरी
शहर के रेलवे स्टेशन पर फुटओवर ब्रिज का डिजाइन बदल जाने के कारण ब्रिज का वजन भी बढ़ गया। इस कारण इसके फाउंडेशन की गहराई और आकार भी बढ़ाने पड़े। इसके लिए संबंधित विभाग से दोबारा स्वीकृति ली गई। इसी कारण काम समय पर शुरू नहीं हो पाया था। कामगार न मिलने से लॉकडाउन में केवल फाउंडेशन का ही हुआ काम
एक साल पहले इसका निर्माण शुरू हुआ था। कोरोना के कारण लॉकडाउन लगा तो काम बंद हो गया। अब करीब दो माह से इस पर काम फिर चल रहा है। पर्याप्त कामगार अभी भी नहीं हैं। इसलिए काम पहले से भी धीमा चल रहा है। हालांकि यहां पर दोनों तरफ बेस बन चुका है। ऐसे में इसको तैयार होने में अभी दो महीने लगेंगे। फिलहाल ट्रेनें बंद हैं। इसलिए यात्रियों की तो अभी जरूरत नहीं है, मगर लाइनपार वासियों के लिए इस फुटओवर ब्रिज का इंतजार लंबा होता जा रहा है। इस पर लगभग एक करोड़ की लागत आएगी। लॉकडाउन में चार माह से काम नहीं हो पाया। इसलिए इतना समय लग रहा है। वरना तो यह कबका तैयार हो गया होता। अब इसे दो माह के अंदर तैयार करने का लक्ष्य है।
रवींद्र सांगवान, एसएसई, रेलवे।