माइनर की क्षमता बढ़ाने को भेजा पांच करोड़ का एस्टीमेट, तकनीकी मंजूरी का इंतजार
शहर को कच्चे पानी की आपूर्ति करने वाली बीडब्ल्यूएस (बहादुरगढ़ वाटर सप्लाई) माइनर की क्षमता बढ़ाने और इसकी हालत सुधारने के लिए पांच करोड़ का एस्टीमेट सरकार को भेजा गया है। इसकी तकनीकी मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है। यह प्रोजेक्ट सीएम अनाउंसमेंट में शामिल हो चुका है। इस कार्य के बाद माइनर की क्षमता बढ़कर 45 क्यूसिक तक पहुंच जाएगी।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
शहर को कच्चे पानी की आपूर्ति करने वाली बीडब्ल्यूएस (बहादुरगढ़ वाटर सप्लाई) माइनर की क्षमता बढ़ाने और इसकी हालत सुधारने के लिए पांच करोड़ का एस्टीमेट सरकार को भेजा गया है। इसकी तकनीकी मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है। यह प्रोजेक्ट सीएम अनाउंसमेंट में शामिल हो चुका है। इस कार्य के बाद माइनर की क्षमता बढ़कर 45 क्यूसिक तक पहुंच जाएगी।
दरअसल मई, जून के महीने में शहर के अंदर जो हर बार पेयजल का संकट खड़ा होता है, उसका सबसे बड़ा कारण बीडब्ल्यूएस की खस्ता हालत है। जिस वक्त इस माइनर का निर्माण कराया गया था, तब शहर की आबादी आज
के हिसाब से 25 से 30 फीसद कम थी। मुख्य जल घर के अलावा कहीं और बूस्टिग स्टेशन नहीं थे। तब इस माइनर से पर्याप्त पानी मिलता था। मगर तब से लेकर अब तक एक तरफ आबादी काफी बढ़ चुकी है। पानी की डिमांड में अत्यधिक इजाफा हुआ है। शहर में चारों तरफ कई बूस्टिग स्टेशन बन चुके हैं। चार और प्रस्तावित हैं। मुख्य जलघर पर एक और फिल्ट्रेशन प्लांट बन गया है, मगर जिस माइनर से कच्चा पानी मिलना है, वह खस्ता हाल हो गई। इसी कारण हर बार गर्मियों में संकट खड़ हो जाता है। सीसी लाइनिग के बाद बढ़ेगी क्षमता :
सिचाई विभाग की दिल्ली डिवीजन की ओर से इस माइनर की देखरेख की जा रही है। विभाग द्वारा करोड़ से इस माइनर की सीसी लाइनिग के प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है। शुरूआत में इसकी क्षमता 35 क्यूसिक रखी गई थी। वर्तमान में इतना पानी इस माइनर से नहीं मिल पाता। सीसी लाइनिग के बाद क्षमता बढ़ जाएगी। :::::माइनर की सीसी लाइनिग के लिए प्रक्रिया चल रही है। पांच करोड़ के एस्टीमेट पर तकनीकी मंजूरी का इंतजार है।
--नरेश कौशिक, विधायक, बहादुरगढ़