किसानों की एक तरफ दिल्ली में परेड की तैयारी, दूसरी ओर शांति बनाए रखने की चुनौती
-टीकरी बॉर्डर के मंच से वक्ता कर रहे किसानों से शांति बनाए रखने की अपील
-टीकरी बॉर्डर के मंच से वक्ता कर रहे किसानों से शांति बनाए रखने की अपील फोटो-39 व 40: जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
किसानों की ओर से एक तरफ 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर परेड की तैयारी की जा रही है तो दूसरी ओर उनके खुद के लिए भी इस दिन आंदोलन में शांति बनाए रखने की चुनौती है। टीकरी बॉर्डर के मंच से अनेक वक्ताओं की ओर से लगातार यह अपील की जा रही है कि 26 जनवरी के आंदोलन में शांति और अनुशासन बनाए रखना जरूरी है। यह भी चेतावनी दी जा रही है कि अगर किसी भी तरह की हिसा होती है तो उसके बाद आंदोलन चार दिन भी नहीं टिक पाएगा। दिल्ली में ट्रैक्टर परेड को लेकर अभी संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से अंतिम फैसला नहीं हो सका है, लेकिन किसानों से तैयारी का आह्वान जरूर किया जा रहा है। आंदोलन के बीच हरियाणवी गीत बज रहे हैं, गीतों के बोल में लाल किले पर झंडा किसानों की ओर से फहराने की बात कही जा रही है। इस तरह के गीतों से युवाओं में जोश है। हालांकि किसान संगठनों के नेता पहले ही यह स्पष्ट कर चुके हैं कि उनका नेशनल परेड किसी भी तरह से प्रभावित करने का और लाल किले पर जाने का कोई इरादा नहीं है। दूसरी ओर कई दिनों से गांवों में ट्रैक्टर परेड की तैयारी चल रही है। आंदोलन के बीच से हरियाणा के किसान नेता लगातार यह आह्वान कर रहे हैं कि 26 जनवरी की परेड के लिए ट्रैक्टरों को सजा लें और डीजल से टंकी फुल करवा लें। 23 जनवरी से टीकरी बॉर्डर पर किसानों के पहुंचने का आह्वान किया जा रहा है, लेकिन आखिर में वहीं होगा, जो संयुक्त मोर्चा कहेगा। टीकरी बॉर्डर के मंच से बुधवार को पंजाब के एक किसान नेता ने आह्वान किया कि सभी किसान अपने बीच के माहौल पर भी नजर रखें। भीड़ के बीच में कोई भी संदिग्ध नजर आए तो उसको अलग करें। उसके खिलाफ कार्रवाई करवाएं। ताकि कोई भी बदनियति का व्यक्ति आंदोलन के बीच में न रह पाए। वक्ता ने कहा कि गलत प्रवृत्ति के लोग आंदोलन को हिसात्मक बनाने की कोशिश कर सकते हैं।