परिवार पहचान पत्र छात्रवृत्ति, सब्सिडी और पेंशन जैसी योजनाओं को जोड़ेगा: एसडीएम
एसडीएम हितेंद्र कुमार ने बताया कि परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) हरियाणा में प्रत्येक परिवार की पहचान स्थापित करता है और परिवार के बुनियादी डेटा को डिजिटल प्रारूप में परिवार की सहमति से प्रदान करता है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : एसडीएम हितेंद्र कुमार ने बताया कि परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) हरियाणा में प्रत्येक परिवार की पहचान स्थापित करता है और परिवार के बुनियादी डेटा को डिजिटल प्रारूप में परिवार की सहमति से प्रदान करता है। परिवार पहचान पत्र सभी को बनवाना जरूरी है। प्रत्येक परिवार को आठ अंकों का परिवार पहचान पत्र प्रदान किया जा रहा है।
एसडीएम ने बताया कि सरकार फैमिली डेटा के ऑटोमेटिक अपडेशन को सुनिश्चित करने के लिए परिवार पहचान पत्र को जन्म व मृत्यु पंजीकरण, मैरिज रिकॉर्ड, छात्रवृत्ति सब्सिडी और पेंशन जैसी सभी मौजूदा स्वतंत्र योजनाओं को जोड़ेगी। इससे विश्वसनीयता सुनिश्चित होगी और विभिन्न योजनाओं, सब्सिडी और पेंशन के लाभार्थियों के स्वत: चयन को सक्षम किया जा सकेगा। एसडीएम ने कहा कि हरियाणा सरकार और जिला उपायुक्त के निर्देशानुसार उपमंडल में यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी परिवार ऐसा न हो जो परिवार पहचान पत्र से वंचित हो और उसका परिवार पहचान पत्र अपडेट न हुआ हो। उन्होंने आमजन से भी अपील की है कि अपने परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) में कोई अपडेट व नया परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) बनवाने के लिए अपने नजदीकी सीएससी में जाकर निश्शुल्क करवाएं। उन्होंने बताया कि परिवार पहचान पत्र बनाने एवं अपडेशन के बाद जो फार्म दिया जाता है उस पर अपने हस्ताक्षर अवश्य करें व सीएससी, वीएलई को प्रस्तुत करें। उन्होंने बताया कि परिवार पहचान पत्र का प्राथमिक उद्देश्य हरियाणा में सभी परिवारों का प्रमाणित, सत्यापित और विश्वसनीय डेटा तैयार करना है।