पार्षद का फेसबुक अकाउंट हैक, मैसैंजर के जरिये दोस्तों से मांगे रुपये
वार्ड 10 के पार्षद अशोक राठी का फेसबुक अकाउंट हैक कर शातिर ने उनके परिचितों से मैसेंजर के जरिये चैटिग की और कई लोगों से पैसे मांगे। चैटिग में लिखा गया कि गूगल या फोन पे से पैसे डाल दो।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : वार्ड 10 के पार्षद अशोक राठी का फेसबुक अकाउंट हैक कर शातिर ने उनके परिचितों से मैसेंजर के जरिये चैटिग की और कई लोगों से पैसे मांगे। चैटिग में लिखा गया कि गूगल या फोन पे से पैसे डाल दो। शाम तक वापस कर दूंगा। जब पार्षद के पास उनके परिचितों के फोन आए तब उन्हें पता लगा। इसके बाद उन्होंने फेसबुक अकाउंट डिलीट करवाने की प्रक्रिया शुरू की। हालांकि उन्होंने पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी है।
शनिवार दोपहर जब पार्षद अशोक राठी घर से बाहर थे, तब उनके पास कई परिचितों के फोन आए। उन्होंने पूछा कि अगर पैसे की जरूरत है तो सीधे बताओ। इस तरह फेसबुक मैसेंजर के जरिये मांगने की क्या जरूरत है। यह सुनकर पार्षद हैरान रह गए। इसके बाद पता लगा कि किसी शातिर ने उनके फेसबुक अकाउंट को हैक करके परिचितों से पैसे हड़पने की कोशिश की है। उन्होंने अपना फेसबुक अकाउंट ही डिलीट करने की प्रक्रिया शुरू की। शाम तक पुलिस को इस बारे में शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई थी। पार्षद राठी ने बताया कि उनके कई फेसबुक फ्रेंड से 10-10 हजार रुपये मांगे गए थे। किसी के पैसे देने की बात सामने नहीं आई है। ये थी एक चैटिग
हैकर :हेलो
एक दोस्त : जय श्रीराम
हैकर : कैसे हो
दोस्त : मजे में
हैकर : कुछ पैसे चाहिए थे
दोस्त : ले ले
हैकर: फोन पे या गूगल पे है क्या
दोस्त : कितने
हैकर : 10 हजार, शाम 6 बजे तक वापस कर दूंगा
दोस्त : बहुत छोटी बात कर दी, चाहे लाख मंगवा ले।
(इसके बाद जब वह दोस्त पार्षद के पास फोन करता है तब सच पता लगता है।) पहले भी हो चुकीं ऐसी घटनाएं
शातिरों द्वारा इस तरह की घटनाएं पहले भी की जा चुकी हैं। कई लोगों के फेसबुक से उनका फोटो चोरी करके नया फर्जी अकाउंट बनाकर लोगों से पैसे मांगने के मामले सामने आ चुके हैं। कई बार अकाउंट हैक भी किए गए हैं। एक बार तो बहादुरगढ़ के सहायक जनसंपर्क एवं सूचना अधिकारी के साथ ऐसा हो गया था। इधर, पुलिस का कहना है किसी के पास भी उनके फेसबुक फ्रेंड का मैसेज आए तो पहले कंफर्म कर लें। पैसे न दें।