अस्पताल संचालक बोला-सर सिलेंडर भरवा दो, अधिकारी बोला-मुझे ये समझाओ किसी से पूछकर ऐड किए थे क्या बेड
कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे अस्पतालों को इन दिनों प्रशासनिक अधिकारियों की बेरुखी का सामना करना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे अस्पतालों को इन दिनों प्रशासनिक अधिकारियों की बेरुखी का सामना करना पड़ रहा है। इस महामारी के संकट में कुछ अधिकारी तो अस्पतालों के हर काम तुरंत निपटाने का प्रबंध कर रहे हैं तो कुछ ऐसे भी हैं जो घंटों इंतजार करवा रहे हैं। इसका सीधा असर मरीजों के इलाज पर पड़ रहा है। इन दिनों ऑक्सीजन की मांग अचानक अस्पतालों में बढ़ गई है। ऑक्सीजन की सप्लाई का पूरा जिम्मा एसडीएम हितेंद्र कुमार की देखरेख में किया जा रहा है, मगर स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिस डॉक्टर की लिखित अनुमति पर ऑक्सीजन की सप्लाई दी जा रही है, उनकी ओर से सिलेंडर रिफिल कराने की अनुमति में घंटों का समय लगाया जा रहा है। एसडीएम हितेंद्र कुमार खुद दिन-रात ऑक्सीजन की सप्लाई में अपना समय दे रहे हैं वहीं लिखित अनुमति समय पर ना मिलने की वजह से अस्पताल संचालकों को दो से तीन घंटे प्लांट में ही बिताने पड़ रहे हैं। रविवार के एक अस्पताल संचालक के साथ तो स्वास्थ्य विभाग के इन अधिकारी ने हद ही कर दी। सिलेंडर रिफिल कराने की अनुमति के लिए फोन किया तो अनुमति देने वाले डा. नीरज आहुजा ने कह दिया कि किसी से पूछकर अस्पताल में बेड ऐड किए थे क्या। अस्पताल संचालक गिड़गिड़ाते रहे और डॉक्टर बड़ी बेरुखी से बात करते रहे। इसकी मौखिक रूप से शिकायत अस्पताल संचालकों ने प्लांट में पहुंचे एसडीएम हितेंद्र कुमार से की है। एक अस्पताल संचालक ने उनकी रिकॉर्डिंग सुनाकर भी शिकायत की है। एसडीएम ने इस मामले में उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। अगर इस तरह का कोई मामला है तो मैं खुद इसकी जांच करूंगा। अस्पताल संचालकों को ऑक्सीजन की किसी तरह की कमी नहीं आने दी जाएगी। मैं खुद ऑक्सीजन सप्लाई को मोनीटर कर रहा हूं। पुलिस की निगरानी में ऑक्सीजन गैस की सप्लाई दी जा रही है।
-हितेंद्र कुमार, एसडीएम, बहादुरगढ़। अस्पताल वाले सुबह से लेकर रात तक सिलेंडर भरवाने की अनुमति लेते रहते हैं। मैंने उन्हें निर्धारित समय में एक बार ही अनुमति लेने की बात कही है। मैं अकेला हूं और कई तरह के काम हैं। डिमांड के अनुसार सप्लाई भी कम मिल रही है। कुछ लोग बेवजह परेशान करते हैं। हमें तो ऑक्सीजन अस्पतालों को ही देनी है। मेरे ऊपर लगाए आरोप बेबुनियाद हैं।
-----डा. नीरज आहुजा।