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बहादुरगढ़ में घरेलू व औद्योगिक इकाइयों को जल्द मिलेंगे पीएनजी कनेक्शन, शहर में दबाई जाएगी 300 किलोमीटर लंबी लाइन

लोगों को घर में गैस सिलेंडर रखने और उसकी हर माह होने वाली बुकिग के झंझट से मुक्ति दिलाने की दिशा में काम शुरू हो गया है। बहादुरगढ़ में बहुत जल्द ही पाइप्ड नैचुरल गैस (पीएनजी) के कनेक्शन मिलने शुरू हो जाएंगे।

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 May 2020 07:30 AM (IST)Updated: Sat, 23 May 2020 07:30 AM (IST)
बहादुरगढ़ में घरेलू व औद्योगिक इकाइयों को जल्द मिलेंगे पीएनजी कनेक्शन, शहर में दबाई जाएगी 300 किलोमीटर लंबी लाइन
बहादुरगढ़ में घरेलू व औद्योगिक इकाइयों को जल्द मिलेंगे पीएनजी कनेक्शन, शहर में दबाई जाएगी 300 किलोमीटर लंबी लाइन

कृष्ण वशिष्ठ, बहादुरगढ़ : लोगों को घर में गैस सिलेंडर रखने और उसकी हर माह होने वाली बुकिग के झंझट से मुक्ति दिलाने की दिशा में काम शुरू हो गया है। बहादुरगढ़ में बहुत जल्द ही पाइप्ड नैचुरल गैस (पीएनजी) के कनेक्शन मिलने शुरू हो जाएंगे। घरेलू के साथ-साथ औद्योगिक क्षेत्रों में भी फैक्ट्रियों को पीएनजी के कनेक्शन दिए जाएंगे।

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हरियाणा सिटी गैस कंपनी ने बहादुरगढ़ में पाइपलाइन दबाने के लिए सर्वे का काम पूरा कर लिया है। राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ-साथ रोहद टोल तक करीब 45 किलोमीटर लंबी मेन लाइन के अलावा पूरे शहर में 300 किलोमीटर छोटी-बड़ी पाइपलाइन दबाई जाएंगी। कंपनी ने संबंधित विभागों से अनुमति लेनी शुरू कर दी है। साथ ही गेल से मेन लाइन का कनेक्शन लेने की प्रक्रिया की जा रही है। गेल से मेन लाइन का गैस कनेक्शन मिलते ही शहर में कनेक्शन देने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। कंपनी ने पूरे जिले में आठ साल में डेढ़ लाख कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा है। प्रथम चरण में बहादुरगढ़ में घरेलू के साथ-साथ फैक्ट्रियों में करीब आठ हजार कनेक्शन दिए जाएंगे। बहादुरगढ़ में कोयले से चल रहीं 875 फैक्ट्रियों को होगा फायदा, सिर्फ नौ कंपनियों के पास ही हैं पीएनजी कनेक्शन

बहादुरगढ़ में करीब 875 फैक्ट्रियों कोयले से चल रही हैं। इन फैक्ट्रियों को सात-आठ माह पहले प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से नोटिस दिया गया था। फैक्ट्रियों को पीएनजी कनेक्शन न होने की वजह से सील करने का यह नोटिस था। नोटिस अवधि में गैस कनेक्शन लेने की हिदायत दी गई थी, लेकिन फैक्ट्रियों के संचालकों का कहना था कि शहर में पीएनजी की लाइन ही नहीं तो वे गैस कनेक्शन कैसे लें। इस बारे में उद्योगपति केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से भी मिले थे, जिस पर उन्हें राहत मिल गई थी। बहादुरगढ़ की सूर्या रोशनी, एचएनजी, एचएसआइएल, पारले, सोमानी, जिदल मैटल, ड्यूराटफ ग्लास, स्वास्तिक पाइप व स्केबओलान कसार में ही पीएनजी गैस का प्रयोग किया जा रहा है। अब यहां पर कनेक्शन देने की शुरुआत होगी तो फैक्ट्री संचालकों को काफी राहत मिलेगी। ओमेक्स सिटी में पीएनजी के 50 कनेक्शन, सिलेंडरों से हो रही सप्लाई, ऑनलाइन गैस सप्लाई की आस बंधी

ओमेक्स सिटी में करीब दो साल पहले पीएनजी के कनेक्शन दिए गए थे। यहां पर सिर्फ 50 कनेक्शन दिए गए और उसके बाद कनेक्शन देने का काम रोक दिया गया। यहां पर अब भी 15 टावरों के करीब 800 फ्लैटों में गैस के कनेक्शन नहीं हो पाए हैं। ये फ्लैट धारक गैस कनेक्शन के इंतजार में हैं। ओमेक्स रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन कई बार कंपनी के अधिकारियों के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों से भी गुहार लगा चुके हैं। ओमेक्स सिटी में पीएनजी की आपूर्ति शुरू से ही सिलेंडरों के माध्यम से की जा रही है। हर रोज कंपनी के कर्मचारी सिलेंडरों से ओमेक्स में बनाए गए स्टेशन में गैस रिफिल कर जाते हैं जिससे गैस की सप्लाई होती है। अब यहां के लोगों को भी ऑनलाइन गैस के साथ-साथ कनेक्शन मिलने की भी आस बंध गई है। इको फ्रेंडली है पीएनजी, एलपीजी से सुरक्षित और 25 फीसद सस्ती भी

एलपीजी की ही तरह पीएनजी भी एक नैचुरल गैस होती है। यह ज्यादा एन्वायरमेंट फ्रेंडली होती है। पीएनजी एलपीजी के मुकाबले करीब 25 फीसद सस्ती है। बहादुरगढ़ के ओमेक्स सिटी के रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के पूर्व प्रधान महिपाल मलिक ने बताया कि यह गैस 30 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से हमें मिल रही है। ओमेक्स के फ्लैटों में इस गैस का एक माह का बिल 250 रुपये के आसपास ही रहता है। सुरक्षा की दृष्टि से भी यह गैस हवा से इतनी हलकी है कि अगर गैस कनेक्शन खुला भी रह जाए तो इसमें आगजनी की घटना का खतरा नहीं है। दूसरा यह घर पर ही मिल जाती है, इसे गैस सिलेंडर की तरह बाहर से नहीं लाना पड़ता है। हरियाणा सिटी गैस कंपनी को झज्जर जिले में पीएनजी कनेक्शन देने का काम मिला हुआ है। पूरे जिले में डेढ़ लाख कनेक्शन देने हैं। यह काम कंपनी को आठ साल में पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है। सबसे पहले बहादुरगढ़ शहर में घरेलू व औद्योगिक क्षेत्र में पीएनजी कनेक्शन दिए जाएंगे। यहां पर करीब 300 किलोमीटर छोटी-बड़ी पाइपलाइन दबाई जाएंगी। कंपनी को गेल से बहुत जल्द ही गैस का कनेक्शन मिल जाएगा। इसके बाद पाइपलाइन दबाने व गैस कनेक्शन देने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

-राहुल चोपड़ा, सीईओ, हरियाणा सिटी गैस कंपनी।


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