अमृत योजना के तहत सीवर लाइन दबाने में देरी, 40 फीसद काम ही हुआ पूरा, अब चार ट्रेंचलेस मशीनों से आएगी तेजी
- किसान आंदोलन के कारण दो माह तक नहीं आए थे पाइप साथ ही दो मशीनों से ही चल रहा था ट्रेंचलेस तकनीक से पाइप लाइन दबाने का काम
- किसान आंदोलन के कारण दो माह तक नहीं आए थे पाइप, साथ ही दो मशीनों से ही चल रहा था ट्रेंचलेस तकनीक से पाइप लाइन दबाने का काम - एक-दो दिन में दो और मशीनें आ जाएंगी, जिससे काम में तीव्रता आने की पूरी-पूरी उम्मीद फोटो-2,3,4: जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
केंद्र सरकार की अटल मिशन फॉर रीजूवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफोर्मेशन (अमरुत) योजना के तहत चल रहा सीवर लाइन दबाने का काम काफी मंद गति से चल रहा है। दो साल से ज्यादा का समय बीत चुका है और अब तक करीब 40 फीसद ही काम हुआ है। पहले कोरोना की वजह से कई माह तक काम ठप रहा और अब किसान आंदोलन के कारण बीच में दो माह तक काम बंद पड़ा रहा। अब दोबारा से कुछ दिनों पहले काम शुरू हुआ है तो अब मशीनों की कमी के कारण सीवर लाइन के काम में तेजी नहीं आ पा रही है। सीवर लाइन का काम रही एजेंसी की ओर से दो मशीनों से ही ट्रेंचलेस तकनीक से पाइप दबाने का काम किया जा रहा है। ऐसे में नगर परिषद की चेयरपर्सन शीला राठी की ओर से सीवर लाइन के काम में तेजी लाने के निर्देश संबंधित एजेंसी को दिए तो अब एक-दो दिन में एजेंसी की ओर से दो और मशीनें मंगवाने का अश्वासन दिया है। एक-दो दिन में चार मशीनें ट्रेंचलेस तकनीक से पाइपलाइन दबाने का काम करने लग जाएंगी, जिससे काम में तेजी आएगी और बहुत जल्द ही यह काम पूरा कर दिया जाएगा। सीवर लाइन का काम पूरा होने के बाद शहर में लोगों को गंदगी से छुटकारा मिल जाएगा। शहर में इस समय झज्जर रोड, रेलवे रोड, नई बस्ती, परनाला रोड, छोटूराम नगर व रोहतक रोड पर सीवर लाइन दबाने का काम किया जा रहा है। दो दिन से बंद हुआ परनाला रोड, लोग हुए परेशान:
शहर के परनाला रोड पर करीब एक सप्ताह से सीवर लाइन दबाने का काम चल रहा है। यहां पर काम काफी मंद गति से चल रहा है। दो दिन से यह रोड बंद कर दिया गया है। इससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां से गुजरने वाले लोगों ने जल्द से जल्द सीवर लाइन दबाने के काम को पूरा करने और सड़क को समतल करते हुए उसकी मरम्मत करने की मांग की है। अमृत योजना से जुड़े कुछ तथ्य:
- शहर में 88 करोड़ है अमरुत योजना का बजट
- 56 करोड़ से लागत से डाली जाएंगी सीवर लाइन
- दिसंबर 2018 में शुरू हुआ सीवर लाइन दबाने का काम
- 31 दिसंबर 2020 रखी गई थी काम पूरा करने की बाद में डेडलाइन
- अब समय बढ़कर 31 मार्च 2021 है काम पूरा करने की डेडलाइन
- करीब 70 किलोमीटर दबाई जानी थी सीवर लाइन
- अब तक करीब 35 किलोमीटर दबाई गई सीवर लाइन
- शहर की 335 किलोमीटर लंबी गलियों में 239 किलोमीटर लंबी सीवर लाइन पहले ही दबी हुई है
- नई सीवर लाइन से 20 से ज्यादा कालोनियों के करीब 70 हजार लोगों को होना है फायदा
- 2202 नए मैनहोल भी बनने थे इस आकार की इतने मीटर दबाई जानी थी सीवर लाइन:
पाइप लाइन क्षमता लंबाई
200 एमएम 77184
250 एमएम 5706
300 एमएम 4611
400 एमएम 1542
500 एमएम 465
600 एमएम 955
700 एमएम 177
800 एमएम 358
900 एमएम 1175
1200 एमएम 1285 आकार अनुसार यह थी मेनहोल की संख्या
1000 एमएम 862
1200 एमएम 1070
1500 एमएम 238
1800 एमएम 32
कुल 2202 वर्जन.
अमरुत योजना को लेकर काम तेज गति से चल रहा है। बहुत जल्द ही यह काम पूरा कर लिया जाएगा। इसको लेकर संबंधित एजेंसी को कड़े निर्देश जारी किए गए हैं ताकि लोगों को इसका फायदा समय से मिल सके।
-शीला राठी, चेयरपर्सन, नगर परिषद, बहादुरगढ़।