बामनौली में कटेंगे अवैध कनेक्शन, पेयजल वितरण होगा दुरुस्त
क्षेत्र के गांव बामनौली में पानी के अवैध कनेक्शनों को काटने की कार्रवाई शुक्रवार से शुरू कर दी गई। पंचायत की मौजूदगी में ही जलापूर्ति विभाग के अमले ने जेबीसी से कनेक्शन पाइपों को उखाड़कर पानी की अवैध सप्लाई रोकी। जब तक गांव में पानी की सप्लाई सुचारु नही होती और आखिरी छोर तक पर्याप्त पानी नही पहुंचता, तब तक यह अभियान जारी रहेगा।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
क्षेत्र के गांव बामनौली में पानी के अवैध कनेक्शनों को काटने की कार्रवाई शुक्रवार से शुरू कर दी गई। पंचायत की मौजूदगी में ही जलापूर्ति विभाग के अमले ने जेबीसी से कनेक्शन पाइपों को उखाड़कर पानी की अवैध सप्लाई रोकी। जब तक गांव में पानी की सप्लाई सुचारु नही होती और आखिरी छोर तक पर्याप्त पानी नहीं पहुंचता, तब तक यह अभियान जारी रहेगा।
दरअसल, बामनौली गांव में पानी की मुख्य लाइन में कुछ लोगों ने अवैध रूप से कनेक्शन लगा रखे थे। पेयजल वितरण लाइन में तो प्रत्येक कनेक्शन पर आधा इंच का ही बोर होता है, मगर अवैध रूप से मुख्य लाइन में एक से डेढ़ इंच की पाइप की बो¨रग कर रखी थी। इसके कारण या तो गांव में पानी पहुंचता नही था और यदि पहुंचता था तो कम पहुंचता था। इससे आजिज आकर पंचायत ने विभाग से गांव में पानी की सप्लाई दुरुस्त करने की मांग रखी। इस पर विभाग की ओर से शुक्रवार को यहां पर अवैध कनेक्शनों को काटने की कार्रवाई शुरू कर दी गई। पहले दिन विभाग की ओर से यहां पर 14 कनेक्शन काटे गए। इस पर पंचायत को भी राहत मिली है। अब गांव में पेयजल सप्लाई दुरुस्त हो जाएगी। विभाग की ओर से एसडीओ अनिल रोहिल्ला, जेई रवींद्र की उपस्थिति में यह मुहिम चली। जब तक गांव में अवैध कनेक्शन पूरी तरह खत्म नहीं होते, तब तक विभाग की यह कार्रवाई जारी रहेगी। विभाग को मिलेगा राजस्व
पेयजल की मुख्य लाइन से अवैध कनेक्शन कटने के बाद एक तो गांव में पानी का वितरण सही होगा, दूसरा इससे विभाग को राजस्व भी मिलेगा। जिन लोगों को पानी कनेक्शन की जरूरत होगी, वे नियमानुसार आवेदन करेंगे। इससे फीस के रूप में विभाग को राजस्व मिलेगा। हाल ही में विभाग द्वारा कबलाना गांव में भी इसी तरह अवैध कनेक्शन काटकर 50 हजार से ज्यादा का राजस्व वसूला गया। वर्जन.
बामनौली गांव में पेयजल सप्लाई दुरुस्त न होने की शिकायत थी। गांव की मुख्य लाइन में अवैध कनेक्शन लगे हुए थे। इसके कारण ही दिक्कत आ रही थी। अब कवैध कनेक्शन यहां से काटे जा रहें हैं।
--अनिल रोहिल्ला, एसडीओ, जलापूर्ति विभाग।