ओपीडी में आने वाले सिप्टोमेटिक मरीजों का होगा कोरोना टेस्ट, विभाग ने दोगुना किया रोजाना का सैंपल टारगेट
दूसरी लहर जैसे हालात पैदा न हो। हालांकि अभी कोरोना वायरस शांत है।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। इसी के मद्देनजर अब रोजाना सैंपल का टारगेट दोगुना कर दिया गया है। इसके साथ-साथ ओपीडी में आने वाले मरीजों में से यदि कोई कोरोना का सिप्टोमेटिक नजर अएगा, तो उसकी जांच भी जरूरी की गई है। इसके पीछे विभाग का मकसद है कि कोरोना को लेकर जो तीसरी लहर की संभावना बन रही है उससे पहले ही जरूरी तैयारी कर ली जाए। दूसरी लहर जैसे हालात पैदा न हो। हालांकि अभी कोरोना वायरस शांत है। केस न के बराबर हैं, लेकिन नई वैरियंट को लेकर पूरा महकमा चौकन्ना है। संबंधित अधिकारियों की ओर से हर स्तर पर प्रबंध किए जा रहे हैं। चूंकि कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने के लिए हर बार ही टेस्टिग बढ़ाने पर जोर दिया गया है तो इस बार भी भाग एहतियात के तौर पर पहले ही यह कदम उठा रहा है। दूसरी ओर वैक्सीनेशन पर भी जोर दिया गया है। वैसे तो पिछले कुछ दिनों से वैक्सीनेशन करवाने में लोग खूद ही आगे आए हैं। स्थानीय लोगों के अलावा फैक्ट्रियों में काम करने वाले कर्मचारियों की ओर से भी वैक्सीनेशन करवाया जा रहा है। अब नए वेरिएंट की आहट के चलते बहादुरगढ़ के सिविल अस्पताल में रोजाना जितने टेस्ट होते रहे हैं उससे दोगुना लक्ष्य तय कर दिया गया है। पूरे जिले का रोजाना कम से कम 2000 टेस्ट का लक्ष्य रखा गया है। बहादुरगढ़ में विगत में 400 का टारगेट रखा गया था, लेकिन अब इसे दोगुना किया जा रहा है। डिप्टी सिविल सर्जन डा. विनय देशवाल ने बताया कि ओपीडी में सभी मेडिकल आफिसर को यह हिदायत दी गई है कि यदि कोई सिप्टोमेटिक मरीज नजर आता है तो उसका टेस्ट जरूर करवाया जाए, ताकि कोरोना वायरस दोबारा से ज्यादा दिक्कत न कर सके। दूसरी ओर लोगों को भी सावधानी बरतनी चाहिए। यदि पहले ही सावधानी बरती जाएगी तो उससे कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सकता है। विभाग की ओर से तैयारी पूरी है, लेकिन लोगों को भी निजी स्तर पर सजगता दिखानी होगी।