कांग्रेसियों के बयान से भाजपाइयों के तेवर कड़े, पार्टी आलाकमान से मिले संदेश पर पार्षदों से मशविरा शुरू
चार साल बाद घर वापसी करने वाले पार्षद संघ के प्रधान समुंद्र सहवाग के अचानक दो करोड़ के विकास कार्याें के शुभारंभ पर कांग्रेसियों की ओर से की गई बयानबाजी उन्हें भारी पड़ सकती है। कांग्रेसियों की इस बयानबाजी से अब तक उनका साथ देते आए भाजपाइयों के तेवर कड़े हो गए हैं।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : चार साल बाद घर वापसी करने वाले पार्षद संघ के प्रधान समुंद्र सहवाग के अचानक दो करोड़ के विकास कार्याें के शुभारंभ पर कांग्रेसियों की ओर से की गई बयानबाजी उन्हें भारी पड़ सकती है। कांग्रेसियों की इस बयानबाजी से अब तक उनका साथ देते आए भाजपाइयों के तेवर कड़े हो गए हैं।
कांग्रेसी पार्षदों की ओर से भाजपा पार्षदों के खिलाफ कड़ी बयानबाजी करने की बात यहां के कई भाजपा नेताओं ने पार्टी आलाकमान तक पहुंचा दी है। पार्टी आलाकमान ने भी इस मामले को लेकर स्थानीय स्तर पर रिपोर्ट मांगी है। इस दौरान यहां के कई पार्षदों ने विकास में भेदभाव के आरोप लगाए हैं। ऐसे में पार्टी आलाकमान ने कुछ नेताओं की ड्यूटी अपने सभी पार्षदों से एक-एक कर मशविरा लेने की लगाई है। सांसद अरविद शर्मा के बहादुरगढ़ में हुए जन्मदिन समारोह में भी कुछ पार्षदों से अंदरखाने बातचीत की गई है। इस बातचीत के बाद अब शहर की राजनीति में बदलाव को लेकर आवाज उठने लगी हैं। राजनीतिक बदलाव की इस आग में कांग्रेसियों की ओर से की गई बयानबाजी ने घी का काम किया है। अब भाजपा के पार्षदों में भी एकजुटता के स्वर उठने लगे हैं। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में आने वाले दिनों में कुछ ना कुछ उठापटक होने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता। भाजपा के पार्षदों की बैठक के बाद राजनीतिक बदलाव की मांग हुई तेज
भाजपा-जजपा के पार्षदों की ओर से गत वीरवार को विकास कार्याें में भेदभाव का आरोप लगाकर नगर परिषद के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए बुलाई गई बैठक के बाद हर रोज शहर की राजनीति एक नया रंग ले रही है। बैठक में भाजपा नेताओं ने अपने वार्डों में विकास कार्य न होने का आरोप लगाया था तो उसके बाद कांग्रेसियों ने इसके जवाब में चार साल से अज्ञातवास झेल रहे समुंद्र सहवाग की घर वापसी कर ली थी। यह बात यहीं पर थम जाती तो शायद इतनी बात न बढ़ती लेकिन दो करोड़ के विकास कार्याें का शुभारंभ करने के दौरान कांग्रेसी पार्षदों ने विकास कार्याें में भेदभाव का आरोप लगाने वाले भाजपा के पार्षदों पर बयानबाजी कर दी थी। इस बयानबाजी के बाद तो जैसे शहर की राजनीति में आग सी लग गई है। अब भाजपा के पार्षद भी अपने-अपने आला नेताओं के सामने राग अलापने में जुटे हुए हैं। साथ ही कांग्रेस के आला नेता भाजपा पार्षदों की मान-मनौव्वल में जुटे हुए हैं। खुद ठेकेदारी करने वाले कांग्रेसी पार्षद लगा रहे भाजपाइयों पर बेबुनियादी आरोप : शेखावत
भाजपा नेता दिनेश शेखावत ने कहा कि जो कांग्रेसी आज भाजपा पार्षदों पर अंगुली उठा रहे हैं वो भूल गए कि शहर के विकास कार्यों के लिए राजनीति से ऊपर उठकर पूर्व विधायक नरेश कौशिक ने चेयरपर्सन का सहयोग दिया था। आज जो लोग वार्डों में नारियल फोड़ने का ड्रामा कर रहे हैं, इनकी असलियत जनता अच्छी तरह जानती है। ये वहीं लोग हैं जो कल तक चेयरपर्सन को भ्रष्टाचार में लिप्त बता रहे थे। आए दिन ठगबंधन-ठगबंधन का राग अलाप रहे थे। चेयरपर्सन को हटाने के लिए शपथ पत्र ले रहे थे। जो कांग्रेसी खुद ठेकेदारी कर रहे हैं वो दूसरों पर बेबुनियादी आरोप लगा रहे हैं। दिनेश शेखावत ने उन अधिकारियों को भी चेताया जो सरकार की आड़ में इन नेताओं को हवा दे रहे हैं। ऐसे अधिकारियों की सूची जल्द ही सीएम को दी जाएगी।