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छह हजार अंकों की स्वच्छता परीक्षा शुरू, जितने ज्यादा होंगे अंक उतनी अच्छी होगी रैंकिग

जनवरी माह में देश भर में स्वच्छता सर्वेक्षण किया जाएगा। सर्वेक्षण के लिए नगर परिषद ने तैयारियां जोर-शोर से शुरू कर दी हैं। सर्वे के लिए बहादुरगढ़ में केंद्र की निरीक्षण टीम कब आएगी इसके लिए अभी दिन निर्धारित नहीं किया गया है। शहर की सिटी प्रोफाइल वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। सिटीजन फीडबैक के लिए वेबसाइट खुल गई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 05 Dec 2019 05:38 PM (IST)Updated: Fri, 06 Dec 2019 06:19 AM (IST)
छह हजार अंकों की स्वच्छता परीक्षा शुरू, जितने ज्यादा होंगे अंक उतनी अच्छी होगी रैंकिग
छह हजार अंकों की स्वच्छता परीक्षा शुरू, जितने ज्यादा होंगे अंक उतनी अच्छी होगी रैंकिग

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:

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जनवरी माह में देश भर में स्वच्छता सर्वेक्षण किया जाएगा। सर्वेक्षण के लिए नगर परिषद ने तैयारियां जोर-शोर से शुरू कर दी हैं। सर्वे के लिए बहादुरगढ़ में केंद्र की निरीक्षण टीम कब आएगी, इसके लिए अभी दिन निर्धारित नहीं किया गया है। शहर की सिटी प्रोफाइल वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। सिटीजन फीडबैक के लिए वेबसाइट खुल गई है। लोग स्वच्छ सर्वेक्षण की साइट पर जाकर शहर की सफाई व्यवस्था के बारे में अपना फीडबैक दे सकते हैं। सिटीजन फीडबैक के 1500 अंक हैं। 2019 में जहां स्वच्छ सर्वेक्षण चार बिदुओं पर पांच हजार अंकों का था वहीं इस बार ये अंक बढ़ाकर 6 हजार कर दिए हैं। सिटीजन फीडबैक, सर्टिफिकेशन, सर्विस लेवल प्रोग्रेस व डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन के आधार पर स्वच्छता के मामले में शहर की रेटिग तय की जाएगी। गौरतलब है कि 2019 में बहादुरगढ़ को 228 वां रैंक मिला था। 2018 में बहादुरगढ़ का रैंक 209वां था और 2017 में शहर का रैंक 353 था। 8 हजार लोगों ने डाउनलोड की स्वच्छता मैप एप, 4 हजार शिकायतों का कराया समाधान:

नगर परिषद की ओर से शहर में 8 हजार लोगों के मोबाइल में स्वच्छ मैप एप को डाउनलोड करवाया गया है। इन लोगों को शहर में कहीं पर भी गंदगी मिलने पर मोबाइल से फोटो एप पर डालने के लिए जागरूक किया जा रहा है ताकि वहां पर सफाई कराई जा सके। अब तक इस एप पर 5 हजार शिकायतें आई हैं जिनमें से 4 हजार का समाधान कराया जा चुका है और एक हजार को रिजेक्ट किया गया है। इसके अलावा स्वच्छता के पैमाने पर खरा उतरने के लिए कूड़ा उठाने वाले सभी वाहनों पर जीपीएस भी लगवा दिया है और लोगों को जागरूक किया जा रहा है। नाइट स्वीपिग व कूड़े के उचित प्रबंधन में भी पिछड़ा था शहर:

2019 के सर्वे में नाइट स्वीपिग, डोर टू डोर कूड़ा उठान न होने और कूड़े का उचित प्रबंधन न होने की वजह से शहर बुरी तरह पिछड़ गया था। कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों में जीपीएस सिस्टम न होने की वजह से शहर स्वच्छता के मामले में फिसड्डी साबित हुआ था। सर्विस लेवल के अंकों की बात करें तो पिछले साल 12 करोड़ से अधिक राशि खर्च करने के बाद भी 1250 अंकों में से सिर्फ 125.35 अंक ही हासिल कर सके थे। कुछ ऐसी ही कहानी ओडीएफ यानी खुले में शौच की थी। ओडीएफ सर्टिफिकेशन के 1250 अंकों में से बहादुरगढ़ को मात्र 200 अंक ही मिले थे। हालांकि इस बार नाइट स्वीपिग हो रही है। 2019 में इन बिदुओं पर मिले थे ये अंक:

बिदु अधिकतम अंक प्राप्तांक

डायरेक्ट आब्जर्वेशन 1250 920

सिटीजन फीडबैक 1250 908.81

सर्विस लेवल प्रोग्रेस 1250 125.35

सर्टिफिकेशन 1250 200 2020 में इन बिदुओं के ये हैं अंक:

बिदु अधिकतम अंक

डायरेक्ट आब्जर्वेशन 1500

गारबेज फ्री सिटी 1500

सर्विस लेवल प्रोग्रेस 1500

सिटीजन फीडबैक 1500 2019 के सर्वे में टीम ने इन वीक प्वाइंटस के लिए थे फोटो, जिसकी वजह से पिछड़ा था शहर:

- रोजाना सुबह-सवेरे जगह-जगह कचरे के ढेर नजर आना

- सड़कों के डिवाइडर के दोनों तरफ नियमित रूप से मिट्टी का उठान न होना

- शहर के बाजारों में सार्वजनिक शौचालयों का न होना

- शहर में हरियाली का अभाव

- शहर में डोर टू डोर कूड़े का उठान न होना

- शहर में नाइट स्वीपिग का न होना

- शहर के कई हिस्सों में हर रोज सफाई का न होना

- शहर में पर्याप्त संख्या में घरों में शौचालयों का न होना।

- शहर में सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट का न होना

- कूड़े का वर्गीकरण न होना

- निर्माण सामग्री का खुले में पड़ा होना

- नालियों की निकासी व्यवस्था ठीक न होना वर्जन..

स्वच्छ सर्वेक्षण की तैयारियां शुरू हो गई हैं। लोगों से अपील की जाती है कि वे ऑनलाइन फीडबैक जरूर दें। सर्विस लेवल अंकों के लिए भी इस बार काफी ध्यान दिया जा रहा है। बहादुरगढ़ की स्वच्छता रैंकिग में सुधार लाने के लिए हर संभव प्रयास इस बार में किए जा रहे हैं। सर्वेक्षण जनवरी माह में होगा। टीम शहर में कब निरीक्षण करेगी यह अभी तय नहीं हुआ है।

----राजेश, जिला संयोजक, स्वच्छ भारत मिशन।


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