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उगते सूर्य को अ‌र्घ्य के साथ ही संपन्न हुआ छठ पर्व, मांगी सुख-समृद्धि की कामना

सुबह के समय उगते सूर्य को अ‌र्घ्य देने के साथ ही छठ महापर्व संपन्न हुआ।

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Nov 2020 06:40 AM (IST)Updated: Sun, 22 Nov 2020 06:40 AM (IST)
उगते सूर्य को अ‌र्घ्य के साथ ही संपन्न हुआ छठ पर्व, मांगी सुख-समृद्धि की कामना
उगते सूर्य को अ‌र्घ्य के साथ ही संपन्न हुआ छठ पर्व, मांगी सुख-समृद्धि की कामना

फोटो-2, 3, 4 व 5 जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :

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सुबह के समय उगते सूर्य को अ‌र्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व शनिवार को संपन्न हो गया। अल सुबह से ही श्रद्धालुओं की तालाबों, माइनरों पर बने घाटों पर भीड़ उमड़ती दिखी। मौसम साफ होने से सूर्योदय बिल्कुल समय पर हुआ। व्रती महिलाओं ने भी एक-दूसरे को तिलक कर इस पर्व की खुशियां सांझा की।

लगातार 36 घंटों तक निराहार रहकर लोगों ने छठ व्रत पूरा किया। शुक्रवार की शाम को अस्त होते सूर्य को अ‌र्घ्य देने के बाद काफी जगहों पर रात को कार्यक्रम भी हुए। शनिवार की सुबह एक बार फिर से पूर्वांचल वासियों ने घाटों का रुख किया। सुबह उदय होते सूर्य की फलाहार व पूजा सामग्री के साथ उपासना की गई। इसके लिए कई जगहों पर अस्थायी घाट भी बनाए गए थे। सेक्टर-7 के पास वैसे तो कई दिनों से नहर सूखी थी, मगर यहां पर बांध बनाकर कुछ हिस्से में पानी भरकर अस्थायी घाट बनाया गया था। उसमें खड़े होकर महिलाओं ने पूजा-अर्चना की। इसके अलावा पुराने लघु सचिवालय के पास भी अस्थायी घाट बनाया गया। इस पूजा के साथ ही लगातार 36 घंटे का व्रत पूरा हुआ। उसके बाद ही व्रत धारियों ने अन्न-जल ग्रहण किया। शहर में चारों तरफ छठ उत्सव की धूम देखने को मिली। पार्षद कांता खत्री, पार्षद पति राजेश खत्री भी उत्सव इसमें शामिल हुए। प्रदीप सिन्हा ने बताया कि नहाय-खाय के साथ यह उत्सव शुरू हुआ था।


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