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संगीत महोत्सव में कलाकारों ने दिया जोश में होश ना खोने का संदेश

- किसानी गीत सम्मेलन मिट्टी दे बोल में कंवर ग्रेवाल हर्फ चीमा

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Jan 2021 08:20 AM (IST)Updated: Thu, 21 Jan 2021 08:20 AM (IST)
संगीत महोत्सव में कलाकारों ने दिया जोश में होश ना खोने का संदेश
संगीत महोत्सव में कलाकारों ने दिया जोश में होश ना खोने का संदेश

- किसानी गीत सम्मेलन मिट्टी दे बोल में कंवर ग्रेवाल, हर्फ चीमा, गलव वरैच और सोनिया मान ने भरा किसानों में जोश

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- कलाकारों ने युवाओं से ट्रैक्टर परेड के दौरान अनुशासन में रहने और नशा न करने की अपील की फोटो-29, 30 व 31: जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:

शहर के नया गांव बाईपास के पास ऑटो मार्केट में आयोजित सभा के दौरान बुधवार को किसानी गीत सम्मेलन मिट्टी दे बोल का आयोजन किया गया। इस संगीत महोत्सव में पंजाब के नामी-गिरामी कलाकार कंवर ग्रेवाल, हर्फ चीमा, गलव वरैच और सोनिया मान ने किसानी-खेती के गीत गाकर किसानों में जोश भरा। कलाकारों ने गुरु पर्व की भी बधाई देते शबद कीर्तन भी गाए। किसानी-खेती पर गीत सुनकर किसानों में जहां जोश भर गया, वहीं शबद कीर्तन सुनकर पूरा माहौल भक्ति मय हो गया। करीब साढ़े तीन घंटे चले इस महोत्सव में कलाकारों ने आंदोलन में शामिल किसानों व युवाओं से जोश में होश न खोने की अपील की। कलाकारों ने बताया कि तीन कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड होगी। इस परेड में हमें शरारती तत्वों को नहीं घुसने देना है। खुद भी अनुशासन में रहते हुए इस परेड में शामिल होना है। कलाकारों के साथ-साथ किसानों को भी अंदेशा है कि ट्रैक्टर परेड में शरारती तत्व घुस सकते हैं। ऐसे में कलाकारों ने किसानों को सचेत किया। सबसे पहले गलव वरैच ने जोश विच होश गंवाके..सुनिया कई हार जांते, भक्ति ते सच्ची होवे. पत्थर भी तार जावे. गीत गाकर किसानों से जोश के साथ होश रखने का आह्वान किया। उनके इस गीत पर पंडाल में मौजूद किसान जमकर झूमे। कलाकार हर्फ चीमा ने शबद कीर्तन सुनाए। कंवर ग्रेवाल व सोनिया मान ने भी अपनी प्रस्तुति से किसानों में जोश भरा। वर्जन.

शरारती तत्वों से सावधान रहना है। अनुशासन में रहकर परेड करनी है। युवाओं के साथ-साथ किसानों में जोश भरने के लिए यह कार्यक्रम किया गया है। सरकार से भी अपील की है कि वे तीनों खेती कानून रद करें। ये कानून किसानों के बजाय कार्पोरेट को फायदा देंगे। खेती का जो सिस्टम पहले था उसे ज्यों का त्यों रखा जाए। पहले की तरह सिस्टम चलने दें।

..गलव वरैच, कलाकार वर्जन..

अब तक पूरा आंदोलन शांतिपूर्वक चला है। आगे भी ऐसी ही शांति बनाए रखनी है। हमें होश नहीं खोना है। ट्रैक्टर परेड भी पूरी तरह शांतिपूर्वक होनी चाहिए। कोई भी किसान नशा करके ट्रैक्टर पर डीजे बजाता हुआ ट्रैक्टर परेड में शामिल नहीं होगा। हमें ऐसे शरारती तत्वों को अपने इस आंदोलन से दूर रखना है। तभी हमारा यह आंदोलन सफल होगा। सरकार को भी इस आंदोलन को देखते हुए किसानों की मांग पूरी करनी चाहिए।

-----सोनिया मान, कलाकार।


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