28 वेंटीलेटर, 230 ऑक्सीजन बेड समेत जिले के अस्पतालों में 581 बेड तैयार
कोरोना का संक्रमण एक बार फिर से तेजी से बढ़ रहा है। बु
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : कोरोना का संक्रमण एक बार फिर से तेजी से बढ़ रहा है। बुधवार को पूरे जिले में रिकार्ड 160 केस कोरोना पॉजिटिव आए थे तो वीरवार को 125 केस आए। कोरोना पॉजिटिव केसों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग भी अब सजग हो गया है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए पूरे जिले में 581 बेड तैयार किए गए हैं। इनमें 525 बेड प्राइवेट अस्पतालों में तथा 56 बेड सरकारी अस्पताल में बनाए गए हैं। गिरावड के वर्ल्ड मेडिकल कालेज ही 250 बेड रिजर्व किए गए हैं। इनमें 28 वेंटीलेटर हैं तो 230 ऑक्सीजन बेड हैं। कोरोना से निपटने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं। इन केंद्र में किसी में चार तो किसी में आठ व 30 बेड तक की सुविधा है। इसके अलावा वर्ल्ड मेडिकल कालेज गिरावड़ में 250 बेड का आइसोलेशन वार्ड भी बनाया गया है। घर पर ही आइसोलेट किए जा रहे कोरोना संक्रमित
स्वास्थ्य विभाग की ओर से अधिकांश कोरोना संक्रमित लोगों को घर पर ही आइसोलेट किया जा रहा है। अगर किसी की हालत खराब होती है तो उसे अस्पताल में दाखिल किया जाता है। फिलहाल पूरे जिले में एक्टिव केस 685 हैं, जिनमें से 619 को होम आइसोलेट किया गया है तथा 66 अस्पताल में दाखिल हैं। खुद टेस्ट कराने पहुंच रहे लोग
कोरोना महामारी के प्रति लोग अब जागरूक भी हो रहे हैं। कोरोना महामारी जब आई थी कम ही लोग टेस्ट कराने पहुंच रहे थे। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लोगों को कोरोना का टेस्ट कराने के प्रति जागरूक करते थे। मगर लोगों का नजरिया बदल रहा है। बहादुरगढ़ के सिविल अस्पताल में अभियान वाले दिन को छोड़ दे तों पहले 100-200 टेस्ट हर रोज हुआ करते थे। मगर अब लोग खुद आगे बढ़कर टेस्ट करा रहे हैं तो यह संख्या हर रोज 400 को भी पार कर रही है। वर्जन.. कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पूरे जिले में दोबारा से पिछले साल वाली तैयारियां शुरू की गई हैं। अस्पतालों में बेड रिजर्व किए गए हैं। आइसोलेशन वार्ड भी बनाए जा रहे हैं। ऑक्सीजन की पूर्ति के लिए सिलेंडरों का स्टॉक करवाया जा रहा है। फिलहाल जिले में सभी व्यवस्थाएं पूरी हैं। कहीं पर कोई परेशानी नहीं है और किसी भी स्तर पर प्रबंधों में कोई कमी नहीं है।
-डा. संजय दहिया, सीएमओ, झज्जर।