परेड में महिलाओं ने संभाली भूख हड़ताल की कमान
छावनी के सैन्य क्षेत्र में परेड में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की डोर सोमवार को दिनभर महिलाओं ने संभाली। महिलाएं की टोली ने दिनभर पुरुषों की तरह मंच पर पहुंची और उसके बाद मालिकाना जनसभा की ओर से हार मालाएं डाली गई।
जागरण संवाददाता, अंबाला : छावनी के सैन्य क्षेत्र में परेड में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की डोर सोमवार को दिनभर महिलाओं ने संभाली। महिलाएं की टोली ने दिनभर पुरुषों की तरह मंच पर पहुंची और उसके बाद मालिकाना जनसभा की ओर से हार मालाएं डाली गई। यह महिलाएं दिनभर भूख हड़ताल पर बैठी और हौसला बढ़ाने के लिए परेड की काफी संख्या में महिलाएं भी पहुंची। महिलाओं का यह धरना परेड में खूब चर्चा का विषय भी रहा।
भूख हड़ताल पर बैठी महिलाओं के नाम रविवार शाम को चुने गए थे और सोमवार सुबह 10 बजे से शंकुतला, शांति, किरण, संतोष, सामा, पार्वती, किरण और 65 वर्षीय बुजुर्ग रम्पियां धरने पर बैठ गई। महिलाओं ने दिनभर कुछ नहीं खाया पीया और मालिकाना हक के लिए 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला रम्पिया ने नारे लगाकर अपना जोश और जज्बा खूब दिखाया। रोजाना से अलग धरने पर महिलाओं की संख्या ज्यादा थी और उक्त महिलाओं का हौसला बढ़ाने के लिए सभी महिलाएं भी मंच के सामने बैठीं और मंच से काफी महिलाओं ने अपनी बात भी रखी। महिलाओं ने कहा कि वोट का बहिष्कार करने का फैसला जनता ले चुकी है और जो उन्होंने ठान लिया है उसे वह जरूर करेंगे। इस धरने पर पुरुषों की संख्या आज काफी कम रहीं।