अंबाला में आग लगने से गेहूं की फसल जलकर राख
गांव भानोखेड़ी में गेहूं की फसल धू-धू कर जल गई। आग ने गेहूं की फानों को भी अपनी आंच में समेट लिया और फसल को खाक कर दिया।
जागरण संवाददाता, अंबाला शहर : गांव भानोखेड़ी में गेहूं की फसल धू-धू कर जल गई। आग ने गेहूं की फानों को भी अपनी आंच में समेट लिया और फसल को खाक कर दिया। आग ने गांवों की ओर रुख किया तो ग्रामीणों ने 10 ट्रैक्टरों की सहायता से खेतों में खड़ी फसल को गिराना शुरू कर दिया ताकि आग नहीं फैल सके। वहीं आग की सूचना फायर ब्रिगेड को भी दी गई।
जानकारी के अनुसार गांव सतविद्र सिंह काला की तीन एकड़ फसल गेहूं की थी। जिसमें किन्हीं कारणों से आग लग गई। उसके साथ ही बख्शीश सिंह के चार एकड़ में फाने और जीत चक्की वाले के चार एकड़ में गेहूं के फाने खड़े थे, उसमें भी आग लग गई। गांव में गुरुद्वारा के पीछे की ओर खेतों में आग लगी जो गांव के पास ही है। गांव के बिल्कुल साथ ही भूसे के कूप और उपलों के गुहार बने हैं। इनसे आग गांव में घुस सकती थी। इस कारण ग्रामीण अपने-अपने ट्रैक्टर लेकर पहुंचे ओर गेहूं की फसल में हेरों चला फसल को मिट्टी में मिला दिया और आग को रोका गया। इसी दौरान फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर आग गई। जहां ट्यूबवेल से पानी डालकर जल्दी ही आग पर काबू पा लिया गया।
---- -कई किसानों के हाथ भी झुलसे
भानोखेड़ी के ग्रामीणों ने आग बुझाने में एकता का परिचय दिया। लोग जहां अपने-अपने घर से बाल्टियां जो भी बर्तन मिला उठाकर ले गए। कई तो पेड़ों के पत्तों तक को लेकर आग पर काबू पाने पहुंच गए। इस दौरान कई ग्रामीणों के हाथ तक आग से कुछ हद तक झुलस गए।
---- खुले में हो गेहूं की खरीद
भानोखेड़ी के किसान डिपल शर्मा ने बताया कि गेहूं की फसल इस समय पूरी तरह से पक चुकी है, लेकिन किसान गेट पास और अनाज मंडी में खरीद रुकने के कारण समय पर अपनी फसल नहीं कटवा पा रहे हैं। मौसम गर्म हो गया है और फसल में आग लगने का खतरा बना रहता है। जिले में गेहूं में आग लगने की कई घटनाएं हो चुकी हैं। गेट पास की बजाए खुले में किसानों की फसल जल्दी खरीदें ताकि फसल का बचाव हो सके।